BMC Guidelines For Heatwave: मुंबई में भीषण गर्मी के बीच तापमान बढ़ा, बीएमसी ने नागरिकों के लिए जारी की गाइडलाइन; सावधानी बरतने की अपील की
मुंबई और इसके आसपास के जिलों में मार्च महीने में ही भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई है। भीषण गर्मी और हीटवेव के चलते मुंबई में अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने सोमवार को शहर के नागरिकों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि वे हाइड्रेटेड रहें और बढ़ते तापमान से बचने के लिए सावधानियां बरतें.
BMC Guidelines For Mumbai Citizens: मुंबई, ठाणे सहित आसपास के जिलों में मार्च महीने में ही भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई है, जिससे मार्च महीने में ही आसमान से आग बरसने जैसी स्थिति पैदा हो गई है. मुंबई में पड़ रही गर्मी के बीच, लोगों के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि सुबह के 10 बजने के बाद ही तापमान बढ़ने लगता है.
पानी पीने की सलाह: बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्यास न लगने पर भी पर्याप्त पानी पिएं.
वस्त्रों के चुनाव: हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनें.
सूरज की रोशनी से बचाव: धूप में बाहर निकलते समय धूप का चश्मा, फुटवियर पहनें और छाता लेकर चलें.
गर्म पेय से बचाव: शराब, चाय, कॉफी या ठंडे पेय से बचें.
हीटस्ट्रोक के लक्षणों में क्या करें:
अगर किसी व्यक्ति को हीटस्ट्रोक के लक्षण दिखाई दें, तो उसे ठंडी जगह या छांव में रखें और शरीर के तापमान को कम करने के प्रयास करें.
गीले कपड़े से पोंछें/शरीर को बार-बार धोएं.
सिर पर सामान्य तापमान का पानी डालें.
ORS (पानी, चीनी और इलेक्ट्रोलाइट्स का मिश्रण), नींबू पानी, या कोई अन्य पेय दें जो शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करे.
गंभीर स्थिति में: अगर स्थिति गंभीर हो, तो व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल ले जाएं, क्योंकि "हीटस्ट्रोक समय पर इलाज न मिलने पर घातक साबित हो सकता है.
बीएमसी ने नागरिकों से हीटस्ट्रोक से बचने के लिए सुझाए गए टिप्स और गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है.
गर्मी को लेकर तापमान बढ़ा
मुंबई में फरवरी के अंतिम सप्ताह से तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है.फरवरी माह खत्म होने के बाद, मौसम विभाग ने मुंबई में गर्मी बढ़ने के कारण 9 मार्च से 11 मार्च तक के लिए हीटवेव का अलर्ट जारी किया है. बीएमसी ने नागरिकों को सचेत करते हुए कहा कि मार्च में तो गर्मी बढ़ ही रही है, लेकिन अप्रैल महीने में भी ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.