मुंबई: महाराष्ट्र में पिछले एक महीने से मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन शुरू है. इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आरक्षण को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उनका कहा कि लोगों को जाति के आधार पर नहीं बल्कि गरीबी के आधार पर आरक्षण देने की जरूरत है. क्योंकि गरीब की जाति, भाषा और क्षेत्र नही होती है.
नितिन गडकरी शनिवार को औरंगाबाद के दौरे पर थे. वहा पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर आरक्षण किसी समुदाय को मिल भी जाता है तो नौकरियां कहां हैं, बैंकों में आईटी की वजह से नौकरियां नहीं हैं. फिर लोगों को नौकरियां कहा से दी जाएंगी.
उन्होंने महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर मचे घमासान के बारे में कहा कि निराशा और असुविधा के कारण आरक्षण की मांग लोग कर रहे है . इसलिए जरूरी है कि गांव के अंदर खेती में उपज और प्रति व्यक्ति आय तो बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने मराठा आरक्षण को लेकर उम्मीद जताई है कि इस मुद्दे को तुल नही दिया जाए. राज्य के मुखिया देवेंद्र फडणवीस जल्द ही इसका हल निकाल लेंगे.
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में 16 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय के लोग पिछले कुछ दिनों से मोर्चा प्रदर्शन कर रहें हैं. इस दौरान नासिक, औरंगाबाद, नवी मुंबई, में आंदोलनकारियों ने हिंसा प्रदर्शन करते हुए दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था. वही आरक्षण की मांग को लेकर अब तक करीब 8 लोग सुसाइड कर चुके हैं.