नई दिल्ली,, 15 जनवरी : बीकानेर एक्सप्रेस में हुई दुर्घटना में घायल यात्री के परिजनों को ढूंढने के लिए रेलमंत्री ने असम के एक गांव में मस्जिद से घोषणा कराई. दरअसल शुक्रवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घायलों से मुलाकात करने पहुचंगे. इस दौरान एक घायल का फोन न होने के कारण अपने परिजनों से सम्पर्क नहीं हो पाया था. असम में धुले के रहने वाला ये यात्री अपने घर के लोगों से बात करना चाह रहा था. रेल मंत्री के निर्देश पर एक स्थानीय डाकिये ने गांव में उसके घर को काफी खोजने की कोशिश की लेकिन नहीं मिला. शुक्रवार को धुले गांव में जुमे की नमाज के बाद अनाउंसमेंट कराया गया और उसके बाद उसके घर का पता चल गया. इसके बाद डाकिया ने अपने मोबाइल से उस घायल यात्री से परिजनों की बात कराई .
बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की 12 बोगियां दोमोहानी के निकट गुरुवार को पटरी से उतर गई थी. इस दुर्घटना में 9 लोगों की मौत हो गई और करीब 45 लोग घायल हो गए हैं. इस हादसे के बाद रेलवे ने गुरुवार को मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया था. शुक्रवार को इसकी विस्तृत जानकारी रेलवे की ओर से दी गई जिसके अनुसार गंभीर घायलों को 1 लाख रुपए और कम जख्मी यात्रियों को 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है. साथ ही कम से कम समय में कम जख्मी 26 लोगों को 25 हजार-25 हजार रुपये दे दिए गए. वहीं इस हादसे में गंभीर रुप से घायल हुए 10 लोगों को 1-1 लाख रुपये दिए गए है जिन 9 लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए हैं. यह भी पढ़ें : Army Day 2022: भारतीय सेना का वो खतरनाक हथियार जिससे कांपते है चीन और पाकिस्तान, आधी दुनिया है रेंज में
इस हादसे से जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है कि ट्रेन के इंजन में खराबी आने की वजह से ये हादसा हुआ. वहीं हादसे के बाद घटनास्थल तक एंबुलेंस नहीं पहुँचने पर गुरुवार को पद्मश्री करीम उल हक ने ट्रेन एक्सीडेंट में घायलों को अपनी बाइक पर बैठाकर ग्रामीणों की मदद से अस्पताल तक पहुंचाया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पद्मश्री करीमुल हक से भी शुक्रवार को मुलाकात की.