Trump Tariff Impact On Sensex and Nifty: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए दुनियाभर के देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) लगाने का ऐलान कर दिया है. इस फैसले के बाद एशियाई बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है. ट्रंप ने इस दिन को "लिब्रेशन डे" करार दिया है और ऐलान किया है कि अब अमेरिका हर देश से बराबर टैरिफ वसूलेगा.
भारत पर इसका सबसे बड़ा असर पड़ा है, क्योंकि ट्रंप ने भारत से आयात किए जाने वाले सामान पर 26% टैरिफ लगा दिया है. इसका सीधा असर भारतीय आईटी, ऑटो और फार्मा सेक्टर पर पड़ने वाला है.
एशियाई बाजारों में कोहराम! जापान, चीन, कोरिया की हालत खराब
ट्रंप के इस फैसले के बाद एशियाई बाजारों में तगड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
- जापान का निक्केई इंडेक्स 4.6% गिरा, जो पिछले आठ महीनों का सबसे निचला स्तर है.
- दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 3% से ज्यादा गिरकर खुला.
- हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 23,094 के स्तर तक गिर गया.
- ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 इंडेक्स भी 1.55% लुढ़का.
इस भारी गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख सकता है.
भारतीय शेयर बाजार पर असर: सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट की आशंका
बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी, लेकिन ट्रंप के ऐलान के बाद हालात पूरी तरह बदल सकते हैं.
बीते कारोबारी दिन
- सेंसेक्स 76,064.94 के पिछले बंद स्तर से उछलकर 76,680.35 तक पहुंचा था.
- निफ्टी 23,165.70 से उछलकर 23,350 के स्तर तक गया था.
आज क्या हो सकता है?
- गिफ्ट निफ्टी शुरुआती कारोबार में 200 अंक तक गिर चुका है.
- निफ्टी और सेंसेक्स में गैप-डाउन ओपनिंग की संभावना है.
- आईटी, ऑटो और फार्मा सेक्टर के स्टॉक्स पर सबसे ज्यादा दबाव रहेगा.
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को शॉर्ट टर्म में सतर्क रहने की जरूरत है.
ऑटो सेक्टर में भूचाल! बड़ी कंपनियों के शेयर लुढ़के
अमेरिकी टैरिफ का सबसे ज्यादा असर ऑटोमोबाइल कंपनियों पर दिख रहा है.
- जनरल मोटर्स के शेयर 7% गिरे.
- फोर्ड मोटर्स 4.6% लुढ़का.
- स्टेलेंटिस (Jeep, Dodge, Chrysler की पैरेंट कंपनी) 4% गिरा.
- निसान, टोयोटा, होंडा के शेयर 2-3% तक टूटे.
- हुंडई मोटर और किआ मोटर्स में 4% तक की गिरावट.
भारतीय ऑटो कंपनियों पर क्या असर पड़ेगा?
भारत की मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी कंपनियां भी प्रभावित हो सकती हैं, क्योंकि इनका निर्यात अमेरिका और यूरोप में होता है.
फार्मा और आईटी सेक्टर पर सबसे ज्यादा मार!
बाजार विशेषज्ञ अंकुर शर्मा का कहना है कि ट्रंप टैरिफ का सबसे ज्यादा असर भारतीय फार्मा और आईटी सेक्टर पर पड़ेगा.
फार्मा सेक्टर
- अमेरिका भारतीय दवा निर्यात का सबसे बड़ा बाजार है.
- टैरिफ बढ़ने से भारतीय दवा कंपनियों की बिक्री पर असर पड़ेगा.
- डॉ. रेड्डीज, सन फार्मा, ल्यूपिन और सिप्ला जैसी कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा.
आईटी सेक्टर
- अमेरिका भारतीय आईटी कंपनियों का सबसे बड़ा क्लाइंट है.
- ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि आईटी सेवाओं पर अलग से टैरिफ लगाया जा सकता है.
- इससे इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो और एचसीएल जैसी कंपनियों को झटका लग सकता है.
आगे क्या होगा? निवेशकों को क्या करना चाहिए?
- शॉर्ट टर्म में सतर्क रहें – बाजार में गिरावट का दौर जारी रह सकता है.
- आईटी और फार्मा स्टॉक्स पर नजर रखें – टैरिफ का असर इन सेक्टर्स पर सबसे ज्यादा होगा.
- ऑटो सेक्टर में गिरावट का फायदा उठाएं – लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक मौका हो सकता है.
- अमेरिकी चुनावों पर नजर रखें – ट्रंप के फैसले का असर अमेरिका में होने वाले 2024 राष्ट्रपति चुनावों से भी जुड़ा हो सकता है.
भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में खटास बढ़ेगी?
भारत और अमेरिका के बीच पहले से ही ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बनी हुई है. ट्रंप के इस फैसले से दोनों देशों के बीच आर्थिक तनाव और बढ़ सकता है.













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