पटना, 29 मार्च : बिहार (Bihar) में सोमवार को रंगों का त्योहार होली (holi)पर्व मनाया जा रहा है, लेकिन कोविड- 19 (COVID-19) के कारण इस साल होली फीकी नजर आ रही है. लोगों में हालांकि होली को लेकर उत्साह है. बिहार में सियासी होली भी इस साल दिखाई नहीं दे रही है. यह भी पढ़े: Holi 2021: रंग की उमंग पर कोरोना का साया, बढ़ते संक्रमण के कारण इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में लगाये गए है कड़े प्रतिबंध
लालू प्रसाद की 'कुर्ता फाड़ होली' चर्चित थी, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में यह होली भी देखने को नहीं मिल रही है. बिहार सरकार ने होली को लेकर गाईडलाइन जारी किया है, जिसके तहत होली के सार्वजनिक आयोजनों पर पाबंदी लगा दी गई है. लोगों से घरों में ही होली खेलने की अपील की गई है. इस गाईडलाइन का भी लोग पालन करते दिख रहे हैं.
राजधानी पटना के मुहल्ले में बच्चों की टोलियां निकली जरूर हैं, लेकिन उनमें भी संख्या कम है. लागों में होली को लेकर उत्साह है, लेकिन कोरोना का डर भी सता रहा है.
इधर, बिहार की सियासत में भी इस साल होली का रंग नहीं चढ़ता दिख रहा है. कुर्ता फाड़ होली के लिए चर्चित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का आवास सूना है. कभी लालू प्रसाद की कुर्ताफाड़ होली बिहार में प्रसिद्ध थी. होली के दिन लालू आवास पर राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ लगती थी.
कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बडे भाई का निधन हुआ है, इस कारण लालू प्रसाद का परिवार इस साल होली नहीं मना रहा है. राजद के अन्य नेता भी सुरक्षित होली और घरों मे हरोल मनाने की अपील की है.
इधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लोगों से घरों में ही सुरक्षित होली मनाने की अपील की है. इसका असर भी दिख रहा हैं। जदयू के नेता सार्वजनिक होली से परहेज कर रहे हैं.