अमरावती शहर के पूर्व सांसद आनंद अडसूल ने राणा दंपत्ति पर निशाना साधते हुए कहा था की ,' 17 रुपये की साडी बांटकर उनका माहौल हो गया क्या ? उन दोनों पति पत्नी को अक्ल नहीं है. अडसूल के इस बयान के बाद लग रहा था की दोनों के बीच में और दुश्मनी बढ़ जाएगी, लेकिन राणा दंपत्ति ने अडसूल के बेटे अभिजित अडसूल से मुलाक़ात की. इस दौरान अभिजित अडसूल ने कहा की,' राणा दंपत्ति मिलने के लिए आए, उनका स्वागत है ,हमारी परंपरा के अनुसार हमने उनका सन्मान किया, साथ ही उन्होंने यह भी कहा की राजनीति में कोई भी हमेशा के लिए दुश्मन नहीं होता. यह भी पढ़े :अनिल बलूनी के समर्थन में देवभूमि पहुंचे मनोज तिवारी, भजन के जरिए विपक्ष पर कसा तंज
बता दे की उद्धव ठाकरे की शिवसेना में अमरावती के सांसद आनंद अडसूल थे , लेकिन 2019 में नवनीत राणा ने उन्हें हरा दिया था. दोनों की दुश्मनी किसी से छुपी नहीं है. राणा की जाति पर जो सवाल उठाये गए थे, वो अडसूल ने ही उठाये थे. आनंद अडसूल द्वारा कई बार राणा दंपत्ति पर टिपण्णी की गई, इसके जवाब में राणा दंपत्ति ने भी उनपर कई आरोप लगाएं, अडसूल की मांग थी इस बार उन्हें अमरावती से शिंदे गुट की तरफ से टिकट दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और बीजेपी ने राणा को बीजेपी में शामिल करके टिकट दे दिया. जिसके कारण अडसूल नाराज हो गए थे. चुनाव के समय ही एक तरफ बच्चू कडू जो राणा दंपत्ति के कट्टर विरोधक है और ऐसे में एक तरफ अडसूल . इस वजह से राणा दंपत्ति ने अडसूल के बेटे से मुलाक़ात कर आनेवाले चुनाव के लिए दोस्ती का हाथ बढ़ाया है.