राम मंदिर विवाद: कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- 70 साल से टल रहा है मामला, जल्द हो समाधान
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Photo Credit-PTI)

लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ-साथ राम मंदिर मुद्दा भी गर्माते जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट से फैसला टलने के बाद से इस मुद्दे पर तेज बयानबाजी जारी है. राम मंदिर (Ram Mandir) मुद्दे को अब तक कई लोग जल्द से जल्द निपटाने की मांग कर चुके हैं. इस कड़ी में अब केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) राम मंदिर के मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की मांग की है. रविशंकर प्रसाद का कहना है कि हर देशवासी चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक नागरिक होने के नाते मैं भी चाहता हूं कि जो 70 साल से मामला लटकता जा रहा है, उसका फैसला जल्द से जल्द होना चाहिए.

बता दें कि चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई ने राम मंदिर मसले को सुनने के लिए 5 जजों की पीठ का गठन किया था. इसमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस अब्दुल नजीर, जस्टिस एस. ए. बोबडे और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ शामिल हैं. सुनवाई 29 जनवरी को होनी थी, लेकिन जस्टिस बोबडे छुट्टी पर चले गए और सुनवाई टल गई. इससे पहले भी 10 जनवरी को सुनवाई टल गई थी. जिसके बाद कई संतों, नेताओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से निराशा जाहिर की गई थी. यह भी पढ़ें- अयोध्या विवाद पर सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान, बोले- इस मसले का हम कर सकते हैं 24 घंटे में समाधान

राम मंदिर पर लगातार तारीख पर तारीख मिलने से संत समाज में गहरी नाराजगी है. संतों की तरफ से केंद्र सरकार को अल्टीमेट भी दिया जा चुका है. इस मसले पर रामलला के मुख्य पुजारी का कहना है कि जिस प्रकार से तारीख पर तारीख बढ़ रही है, इससे ये साफ दिख रहा है कि जल्दी न्याय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इतना अहम मामला है और जज छुट्टी पर जा रहे हैं, कोर्ट का बार-बार इस मसले को टालना दुखद है. वहीं इस मुद्दे पर बाबरी मस्जिद पक्ष के इकबाल अंसारी ने कहा कि तारीख आगे बढ़ना कोई नई बात नहीं है, ये होता रहता है. उन्होंने कहा कि अगर किसी की कोर्ट या सरकार से नाराजगी है तो रहे, इससे न्यायिक प्रक्रिया पर फर्क नहीं पड़ता है.