Ram Mandir Bhumi Pujan: कोविड 19 को परास्त करने वाले पुलिसकर्मी अयोध्या में पीएम की सुरक्षा के पहले घेरे में तैनात होंगे. गौरतलब है कि इस शहर में कोविड-19 ने अब तक 16 लोगों की जान ले चुका है और अभी भी कुल 604 मामले यहां हैं. राज्य के उप पुलिस महानिरीक्षक के अनुसार जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर के साकेत कॉलेज हेलीपैड पर उतरेंगे तो उनके पास सुरक्षा का एक विशेष रिंग होगा. इस सुरक्षा घेरे की पंक्ति में कोरोनावायरस बीमारी पर विजय प्राप्त कर चुके पुलिसकर्मी तैनात हैं.
प्रधानमंत्री राम मंदिर के अभूतपूर्व समारोह के लिए मंदिर के शहर में लगभग तीन घंटे बिताएंगे. अधिकारियों को विश्वास है कि जो 150 पुलिसकर्मी जिन्होंने कोविड-19 पर विजय पाई थी. विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे लोगों में इस बीमारी के लिए एंटीबॉडी विकसित करता है, इसलिए संक्रमण का अनुबंध करने या इसे फैलाने की संभावना नहीं है, कम से अगले कुछ महीनों के लिए-उसे Covid-19 के खतरे से बचाने के लिए महत्वपूर्ण होगा.
"यद्यपि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के प्रोटोकॉल के तहत उन्हें स्वस्थ कर्मियों द्वारा संरक्षित किया जाना चाहिए. यूपी पुलिस उप महानिरीक्षक दीपक कुमार के अनुसार एक कोविड-19 योद्धा अपेक्षाकृत ज्यादा स्वस्थ हो सकता है. इसलिए ये सुरक्षाकर्मी शहर में पीएम के लिए सुरक्षा की पहली परत बनाएंगे, जहां इस बीमारी ने 16 लोगों की जान ली है और जहां अभी भी 604 मामले हैं, उन्हें स्पॉट में प्रमुख पदों पर भी तैनात किया जाएगा.
कुमार के अनुसार उन्होंने 29 जुलाई को यूपी के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी को पत्र लिखा और विशेष अनुरोध किया कि लगभग 150 यूपी पुलिस कर्मी, जो इस बीमारी पर विजय प्राप्त कर चुके हैं. कुमार ने कहा, मेरे पास उन सभी प्रभावित लोगों की पूरी सूची थी, एडीजी (कानून व्यवस्था) ने तुरंत मेरे अनुरोध पर सहमति जताई. इनमें ज्यादातर सुरक्षाकर्मी लखनऊ के हैं हालांकि कुछ बरेली जैसे दूर-दराज के जिलों से हैं. पीएम सर्वप्रथम हनुमान गढ़ी मंदिर जाएंगे, फिर मंदिर स्थल की ओर कूच करेंगे, जहां वह राम मंदिर की नींव रखेंगे और 175 मेहमानों को संबोधित करेंगे, एक पौधा लगाएंगे और फिर श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात करेंगे.
कुमार ने इस बात पर सहमति जताई कि हाई-प्रोफाइल इवेंट में पीएम की रक्षा के लिए 150 कर्मी पर्याप्त नहीं थे, उन्होंने कहा कि बड़े सुरक्षा विस्तार में 400 अतिरिक्त कर्मी शामिल होंगे, जो पिछले 48 घंटे में कोविड-19 के टेस्ट में निगेटिव पाये गये. हमारा मुख्य उद्देश्य है कि पीएम की आंखों पर नजर आने वाले हर पुलिस कर्मी या तो कोविद-19 योद्धा हैं या पिछले 48 घंटे में उनका परीक्षण किया गया हो.
ज्ञात हो कि अस्थायी राम मंदिर में के एक अन्य पुजारी कोविड-19 के टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आया था. अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की कि स्थानीय निवासी सोशल डिस्टेंसिंग दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं. पिछले सप्ताह पूरे उप्र में 1800 लोगों की जान लेने वाला कोरोनावायरस वायरस से एक जूनियर पादरी और चार अन्य कर्मियों भी संक्रमित पाए गए थे. संक्रमण के खतरे का मुकाबला करने के लिए अधिकारियों ने एक सख्त प्रोटोकॉल पर फैसला किया है. जिसमें सभी मेहमानों का परीक्षण करना, मास्क पहनना लागू करना और जिले की सीमाओं को सील करना शामिल है ताकि बाहर से लोग मंदिर परिसर में इकट्ठा न हो सकें. सरकार ने स्थानीय निवासियों से भी घर पर रहने और टेलीविजन पर इस आयोजन का पालन करने की अपील की है.