चीन पर राम माधव बोले-सीमा पर सतर्कता और शक्ति से पहरा देना हमारी पहली प्राथमिकता
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ भारतीय सेना की हिंसक झड़प में भारतीय जवानों की शाहदत पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि हमारे क्षेत्र के हर इंच की रक्षा की जाएगी. हम दूसरे क्षेत्र में भी एक कदम बढ़ेंगे. पहले स्तर पर, यह हमारी सीमाओं की दृढ़ता से रक्षा करने और भारतीयों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए होगा. जबकि दूसरे स्तर पर आर्थिक उपाय करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत रसायन, मोबाइल फोन के पुर्जे और बटन आयात करते हैं. क्या उन्हें आयात करना इतना आवश्यक है? वे भारत में निर्मित किए जा सकते हैं. हमें चीन से आयात कम करना चाहिए. यदि लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहते हैं, तो हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं.
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ भारतीय सेना की हिंसक झड़प में भारतीय जवानों की शाहदत पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि हमारे क्षेत्र के हर इंच की रक्षा की जाएगी. हम दूसरे क्षेत्र में भी एक कदम बढ़ेंगे. पहले स्तर पर, यह हमारी सीमाओं की दृढ़ता से रक्षा करने और भारतीयों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए होगा. जबकि दूसरे स्तर पर आर्थिक उपाय करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत रसायन, मोबाइल फोन के पुर्जे और बटन आयात करते हैं. क्या उन्हें आयात करना इतना आवश्यक है? वे भारत में निर्मित किए जा सकते हैं. हमें चीन से आयात कम करना चाहिए. यदि लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहते हैं, तो हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं.
इस दौरान राम माधव ने विपक्ष पर भी हमला किया, उन्होंने कहा, विपक्ष का व्यवहार बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जब पूरे देश को सेना और सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्य विपक्षी दल भारत के दुश्मनों को फायदा पहुंचाने वाले बयान जारी करता है. वे राहुल गांधी के बयान का इस्तेमाल अपने तर्क के लिए करते हैं. चीनी सेना के धोखे के बाद भारत में अब उनके सामान के बहिष्कार की मांग उठने लगी है. यह भी पढ़ें:- Coal Block Auction:पीएम नरेंद्र मोदी बोले- वर्ष 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले को गैस में बदलने का हमारा लक्ष्य, आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा भारत.
ANI का ट्वीट:-
देश कई राज्यों में चीनी सामनों को लोगों जलाकर अपना विरोध जताया. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सेना की आक्रामकता की निंदा करते हुए चीनी सामनों के बहिष्कार का आह्वान किया है. वहीं चीन की इस हरकत के बाद भारत ने भी साफ संकेत दे दिया है कि सीमा सुरक्षा को लेकर भारत किसी भी प्रकार का दबाव बर्दाश्त नहीं करेगा.