नई दिल्ली: राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन (Rajdhani Express Train) में सफर करने वाले मुसाफिरों के लिए खुशखबरी है. यह ट्रेन अब तक अपने अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ़्तार से दौड़ती थी. लेकिन रेल विभाग द्वारा इस ट्रेन की रफ़्तार बढ़ाने को लेकर किए गए एक सफल ट्रायल के बाद यह ट्रेन आने वाले दिनों में 160 किलोमीटर की रफ़्तार से दौड़ेगी. इस ट्रेन का सफल ट्रायल पूरा होने के बाद अब यह ट्रेन 18 के समान हो गई है. ऐसे में इस ट्रेन से सफ़र करने वालें लोगों का जो समय लगता था उनके उस समय में 6 घटें की बचत होगी.
यह ट्रायल भारतीय रेलवे की अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन (Research Design and Standards Organisation) ने दिल्ली से मुंबई के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस ने एक ट्रायल किया था. इस ट्रायल के दौरान ट्रेन के दोनों छोर पर दो डब्लूएपी-पांच इंजन को पुश एंड पुल तकनीक से लगाया गया था. इस बारे में आरडीएसओ के मुख्य पीआरओ (Chief PRO) ए के सिन्हा (AK Sinha) ने के बताने के अनुसार ट्रायल के दौरान ट्रेन को 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाया गया था. जिसका ट्रायल सफल रहा है. यह भी पढ़े: भारत की पहली इंजन लेस Train 18 का सफल परीक्षण, 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चली ट्रेन
ट्रायल के बाद रेलवे बोर्ड को भेजी गई रिपोर्ट
वहीं इस ट्रेन का सफल ट्रायल होने के बाद इसकी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है. बोर्ड की तरह से मंजूरी मिलने के बाद इस ट्रेन को लोगों को जल्द ही 160 की रफ़्तार से दौड़ते हुए लोगों को दिखेगी. इस ट्रेन के ट्रायल के बाद कहा जा रहा है कि अगर इस तकनीक का इस्तेमाल राजधानी के अलावा दूरंतो, एसी एक्सप्रेस और गरीब रथ में भी इस्तेमाल किया जाता है तो फिर रेलवे को हर साल 6 करोड़ रुपये की बचत होगी.
बता दें कि इस ट्रायल के बाद दो इंजन होने से ट्रेन में डीजल जेनरेटर कोच को नहीं लगाना पड़ेगा. पूरी ट्रेन के एसी और बिजली के अन्य उपकरणों को इन दो इंजन से खपत पूरी हो जाएगी. ज्ञात हो कि . इसके पहेल रविवार को ट्रेन 18 का ट्रायल हुआ था. जो यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ी थी.