मध्ययुगीन काल की याद दिलानेवाली एक चौकाने वाली घटना सामने आयी है. राजस्थान के झालावाड़ जिले से कंजर समुदाय के लगभग तीन दर्जन महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर लिया गया था. यह घटना राजस्थान के उन्हेल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बामन देवरिया और हजड़िया इलाके में हुई. अपहरणकर्ता मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के आलोट तहसील के कलसिया गांव से आए थे. बाद में पीड़ितों को मध्य प्रदेश के आलोट ले जाया गया. हालांकि, झालावाड़ पुलिस को घटना की जानकारी मिली और वे सभी महिलाओं और बच्चों को बचाने में सफल रहे.
यह पूरी घटना मोबाइल फोन के कैमरे से कैद की गई. इस घटना ने राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. अपहरणकर्ता तलवारों और तेज धार वाले हथियारों से लैस थे. वीडियो में अपहरणकर्ताओं को मिनी बसों में बच्चों और महिलाओं को ले जाते हुए और ट्रकों और अन्य निजी वाहनों को उठाते देखा जा सकता है. यह भी पढ़ें: मुंबई: 38 साल की महिला ने 16 साल के लड़के को किया किडनैप, जबरन सेक्स करने का लगा इलजाम
जैसा कि पुलिस को सूचित किया गया था, उन्होंने अपहरणकर्ताओं का पीछा किया और उन्हें एमपी के आलोट तहसील में पीड़ितों को छोड़ने के लिए मजबूर किया. इस संबंध में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी पिस्तौल और 2 कारतूस और अन्य धारदार हथियार भी जब्त किए हैं.
पुलिस के अनुसार मप्र के कलसिया गांव के लोग चोरी की लगातार घटनाओं से नाराज थे और इस तरह झालावाड़ गांव पर हमला कर दिया. जबकि पुरुष भागने में सफल रहे, आरोपियों ने महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर लिया. पुलिस ने SC / ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, अपहरण और IPC के अन्य संबंधित धाराओं के तहत 94 अज्ञात आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.