Rajasthan: जेपी नड्डा और अमित शाह का राजस्थान दौरा- विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सक्रिय हुआ भाजपा आलाकमान
अमित शाह और जेपी नड्डा (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली: राजस्थान (Rajasthan) में 2023 में यानि अगले वर्ष विधानसभा का चुनाव (Assembly Elections) होना है लेकिन अपने राजनीतिक स्टाइल के मुताबिक भाजपा (BJP) आलाकमान ने चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर संगठन को चुस्त दुरुस्त करना शुरू कर दिया है. इन्ही कोशिशों के तहत, अप्रैल के महीने में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) राजस्थान के दौरे पर जा रहे हैं अपने इस दौरे के दौरान दोनों ही नेता संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जीत का मंत्र तो देंगे ही, लेकिन साथ ही एकजुट होकर चुनाव में जाने का भी निर्देश देंगे.

बताया जा रहा है कि , जेपी नड्डा शनिवार को राजस्थान पहुंचकर प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक कर चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. प्रदेश के दौरे के दौरान नड्डा सवाई माधोपुर भी जा सकते हैं.

वहीं गृह मंत्री अमित शाह के इसी महीने के मध्य में राजस्थान दौरे पर जाने की बात कही जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह के राजस्थान दौरे की तारीखों को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है लेकिन शाह के अप्रैल मध्य में राजस्थान के बांसवाड़ा जाने की संभावना है. बताया जा रहा है कि शाह का यह राजस्थान दौरा दो दिवसीय होगा और इस दौरे के दौरान आधिकारिक कामकाज के साथ ही शाह पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे.

आपको बता दें कि, पिछले 10 दिनों के दौरान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तराखंड में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राजस्थान के राजनीतिक हालात, प्रदेश संगठन के कामकाज और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की थी.

दिल्ली दौरे के दौरान, वसुंधरा राजे सिंधिया ने पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्तमान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह सहित कई वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की थी.

दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से हारने के बाद ही राज्य में भाजपा दो गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है. राज्य में पिछले वर्ष हुए विधानसभा उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद से ही भाजपा राज्य को लेकर सतर्क हो गई है. इसी के मद्देनजर, एक तरफ जहां भाजपा के आला नेताओं ने वसुंधरा राजे सिंधिया से मुलाकात कर चुनाव और संगठन को लेकर चर्चा का दौर शुरू किया वहीं दूसरी तरफ ग्राउंड जीरो का फीडबैक लेने के लिए अब राजस्थान के दौरे पर भी जा रहे हैं.

पार्टी के सामने अभी सबसे बड़ी चुनौती संगठन को एकजुट करना और बनाए रखना है. पार्टी को अभी यह भी तय करना है कि वो अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत के सामने अपने चेहरे की घोषणा करें या फिर सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़े.