
जयपुर, 20 जून: राजस्थान सरकार ने कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को घर से कॉलेज आने-जाने का बस किराया देने का फैसला किया है. एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई. राज्य सरकार द्वारा कॉलेज में 10 किलोमीटर से अधिक दूरी से आवागमन पर प्रति दिवस 20 रुपये का भुगतान किया जाएगा. यह राशि छात्राओं द्वारा आवेदन पत्र में दिए गए बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को राहत देने के लिए 'ट्रांसपोर्ट वाउचर स्कीम' के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है. एक सरकारी बयान के अनुसार बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित गहलोत ने स्कूल शिक्षा की तर्ज पर कॉलेज में भी लाभ देने का निर्णय लिया है.
बयान में बताया गया कि माह में न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति वाली छात्राएं ही योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकेंगी. इसके लिए कॉलेज में आधार आधारित बायोमैट्रिक मशीन पर उपस्थिति दर्ज होगी. बयान के मुताबिक संस्थानों में बायोमेट्रिक उपस्थिति पंजीकरण मशीन स्थापित करने में 2.028 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत छात्राओं के लिए घर से पांच किमी से अधिक दूरी से विद्यालय में आवागमन पर यह लाभ देय है. मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में उच्च शिक्षण संस्थानों में ‘ट्रांसपोर्ट वाउचर’ योजना लागू करने की घोषणा की थी.
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