Rajasthan Shocker: अलवर के सरकारी स्कूल में 4 छात्राओं के साथ गैंगरेप का आरोप, 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, पुलिस ने बताई यह बड़ी बात

राजस्थान (Rajasthan) के अलवर (Alwar) जिले से गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बुधवार को बताया कि जिले के एक सरकारी स्कूल के पूरे स्टाफ के खिलाफ नाबालिग छात्राओं के साथ सामूहिक बलात्कार (Gangrape) का केस दर्ज किया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फ़ाइल फोटो)

जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के अलवर (Alwar) जिले से गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बुधवार को बताया कि जिले के एक सरकारी स्कूल के पूरे स्टाफ के खिलाफ चार नाबालिग छात्राओं के साथ सामूहिक बलात्कार (Gangrape) का केस दर्ज किया गया है. राजस्थान: 11 साल की बच्ची मां बनी, युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला

भिवाड़ी (Bhiwadi) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली कुछ नाबालिग लड़कियों के परिजनों ने मंगलवार रात तीन प्राथमिकी दर्ज करवाई, जिसमें स्कूल के पूरे 15 स्टाफ मेंबर पर गैंगरेप और छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है. एसपी ने कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया हैं.

हालांकि, पुलिस मामले के सभी गवाहों के बयान के आधार पर हर एंगल से जांच कर रही है. पिछले साल भी इसी स्कूल के एक अन्य शिक्षक के खिलाफ इसी तरह के केस दर्ज किया गया था. पुलिस को सदेह है कि कहीं नया केस पिछले साल गवाही देने वाले शिक्षकों से बदला लेने के मकसद से तो नहीं दर्ज करवाया गया है. इसमें जमानत पर जेल से बाहर आये आरोपी शिक्षक की संलिप्तता का भी शक पुलिस को है.

एसपी ने कहा “पिछले साल 17 दिसंबर को इसी स्कूल के एक शिक्षक पर एक दलित छात्र से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया था. बाद में शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और पुलिस ने इस मामले में आरोप पत्र दायर किया. मामला विचाराधीन है और आरोपी शिक्षक को हाल ही में जमानत मिली है. वर्तमान मामले में सभी आरोपी वें स्टाफ सदस्य हैं जिन्होंने उस आरोपी शिक्षक के खिलाफ गवाही दी थी. इसलिए हम सभी संभावित एंगल से जांच कर रहे हैं.”

पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारे पास यह मानने का एक कारण यह भी है कि आरोपी शिक्षक केस दर्ज करवाने के लिए लड़कियों के माता-पिता को पुलिस स्टेशन ले आया था. हालांकि वह पुलिस स्टेशन में दाखिल नहीं हुआ और बाहर ही उनका इंतजार कर रहा था. उन्होंने कहा कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

उधर, इस घटना को लेकर विपक्ष ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार की आलोचना की है. राज्य बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने एक बयान में कहा कि अगर महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने में सक्षम नहीं है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की.

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