Door-to-Door Vaccination: घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन देने वाला देश का पहला शहर होगा बीकानेर

सोमवार से शुरू होने वाला यह अभियान 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए होगा. बीकानेर में दो एम्बुलेंस और तीन मोबाइल टीमें लोगों के दरवाजे तक जाने के लिए तैयार हैं. राजस्थान सरकार ने इसके लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है.

कोरोना वैक्सीन (Photo credits: PTI)

जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) का बीकानेर (Bikaner) डोर-टू-डोर कोविड वैक्सीनेशन (Door-To-Door COVID Vaccination) अभियान शुरू करने वाला देश का पहला शहर बनने जा रहा है. सोमवार से शुरू होने वाला यह अभियान 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए होगा. बीकानेर में दो एम्बुलेंस और तीन मोबाइल टीमें लोगों के दरवाजे तक जाने के लिए तैयार हैं. राजस्थान सरकार ने इसके लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है. लोग व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से अपना नाम और पता प्रदान करके कोविड -19 वैक्सीन के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं. बच्चों को कोविड से बचाने के लिए जल्द जारी होगी गाइडलाइन, उससे पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञ की इन बातों का रखें ध्यान.

रिपोर्ट के अनुसार, वैक्सीन वैन लोगों के घरों तक तभी पहुंचेगी जब कम से कम 10 लोगों ने वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन किया होगा. ताकि खुराक बर्बाद न हो. कोविड -19 वैक्सीन की एक शीशी से दस लोगों को एक-एक खुराक दी जा सकती है.

बीकानेर के जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने संवाददाताओं से कहा कि विशेषज्ञ कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं. नमित मेहता ने कहा, 'हमारा लक्ष्य 45 साल से अधिक उम्र के 75 फीसदी लोगों को वैक्सीन देना है. इसलिए घर पर वैक्सीन देने की यह प्रक्रिया काफी कारगर साबित हो सकती है.'

बीकानेर के कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी सात लाख से अधिक है और अब तक लगभग 369,000 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है.

नमित मेहता ने कहा कि " 45 से अधिक वाले आयु वर्ग के लिए टीकाकरण केंद्रों में जाने में कई बाधाएं हैं, खासकर बुजुर्गों और महिलाओं के लिए. इसलिए लोगों को उनके घरों में टीका लगाने की इस पहल पर कई लोगों ने सहमति जताई."

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