Varanasi Rail-Cum-Road Bridge: वाराणसी में गंगा नदी पर बनेगा अद्भुत रेल-रोड पुल, 6-लेन का हाईवे और 4-लाइन का होगा रेलवे ट्रैक

Varanasi Development Authority: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को गंगा नदी पर एक अद्भुत रेल-रोड पुल के निर्माण को मंजूरी दी है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी और चंदौली जिलों को जोड़ेगा. यह पुल एक इंजीनियरिंग चमत्कार होगा, जिसमें छह-लेन का हाईवे और चार-लाइन का रेलवे डेक शामिल होगा.

मौजूदा पुल की जरूरत 

सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वाराणसी में मालवीय पुल गंगा नदी पर सबसे महत्वपूर्ण रेलवे पुलों में से एक है. यह पुल उत्तर, पूर्व और पश्चिम के राज्यों को जोड़ता है. इस पुल को 137 साल पहले बनाया गया था, और अब यह मार्ग ट्रैफिक के कारण अधिक भरा हुआ है (163 प्रतिशत).

नया पुल: विकास की दिशा में एक कदम 

नया रेल-रोड पुल गंगा नदी पर 2,642 करोड़ रुपये के निवेश के साथ बनाया जाएगा, जिसमें चार रेलवे लाइन और छह-लेन का हाईवे होगा. वैष्णव ने कहा, "यह मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना संचालन को आसान बनाएगी और भीड़भाड़ को कम करेगी, जो भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त खंडों में आवश्यक बुनियादी ढांचा विकास प्रदान करेगी."

वाराणसी रेलवे स्टेशन की भूमिका 

वाराणसी रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण हब है, जो प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ता है और तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय जनसंख्या के लिए एक द्वार के रूप में कार्य करता है. यह नया पुल न केवल यात्री यातायात के लिए बल्कि माल परिवहन के लिए भी आवश्यक है, क्योंकि यह कोयला, सीमेंट और खाद्यान्न जैसी वस्तुओं के परिवहन में मदद करेगा.

परियोजना का महत्व 

यह परियोजना प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो क्षेत्र के लोगों को "आत्मनिर्भर" बनाने का लक्ष्य रखती है. इसके अंतर्गत क्षेत्र के विकास से रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

पर्यावरणीय लाभ 

रेलवे परिवहन को पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा कुशल माना जाता है. यह परियोजना न केवल जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी, बल्कि देश के लॉजिस्टिक लागत को भी कम करेगी. इससे CO2 उत्सर्जन में कमी आएगी, जो 149 करोड़ किलोग्राम के बराबर है, जो कि 6 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है.

गंगा पर बनने वाले इस रेल-रोड पुल से न केवल वाराणसी और चंदौली जिलों में यातायात का सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक वृद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यह परियोजना एकीकृत योजना के माध्यम से संभावित है और लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की निर्बाध आवाजाही प्रदान करेगी.