नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही हाथरस जाएंगे. इस दौरान वे हाथरस भगदड़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी दी. हाथरस भगदड़ दुर्घटना पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. लोकसभा में विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) हाथरस जाने की योजना बना रहे हैं. वह वहां जाएंगे और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे." बता दें कि हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार 2 जुलाई को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से चर्चित भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई. इस दर्दनाक घटना में 31 अन्य घायल हो गए. Hathras Stampede: मैं पहले ही वहां से निकल गया था... असामाजिक तत्वों ने मचाई भगदड़; हाथरस हादसे पर भोले बाबा का पहला बयान.
हाथरस की घटना के बाद प्रदेश की योगी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. खुद सीएम योगी ने हाथरस पहुंचकर घायलों के परिजनों और अधिकारियों से बातचीत की है. सीएम योगी ने भगदड़ वाली जगह का निरीक्षण भी किया है.
हाथरस जाने की योजना बना रहे हैं राहुल गांधी
#WATCH | On the Hathras Stampede Accident, Congress General Secretary KC Venugopal says, "It was an unfortunate incident. The leader of the opposition in Lok Sabha (Rahul Gandhi) is planning to visit Hathras. He will go there and interact with the people who are affected..." pic.twitter.com/Jh5QZ5QVw6
— ANI (@ANI) July 4, 2024
भोले बाबा के वकील का दावा
प्रवचनकर्ता भोले बाबा के वकील ए. पी. सिंह दावा किया, ‘‘कुछ असामाजिक तत्वों ने साजिश रची. जब नारायण साकार हरि कार्यक्रम स्थल से चले गए, उनके वाहन चले गए, तो हमारे स्वयंसेवक और अनुयायी साजिश के कारण यह समझने में विफल रहे कि क्या हो रहा है. यह एक योजना के तहत किया गया था और इसकी जांच होनी चाहिए.’’
वकील ने बुधवार को दावा किया कि भोले बाबा के अनुयायी कभी भी उनके पैर नहीं छूते हैं. उन्होंने हाथरस में मंगलवार को आयोजित सत्संग में मची भगदड़ और 121 लोगों के मारे जाने के पीछे कुछ असामाजिक तत्वों का हाथ होने का संदेह जताया है.
सिंह का यह दावा प्रारंभिक सरकारी रिपोर्ट के विपरीत है, जिसमें दावा किया गया है कि भगदड़ तब मची जब बड़ी संख्या में अनुयायी प्रवचनकर्ता भोले बाबा को करीब से देखने और उनके ‘चरण रज’ इकट्ठा करने के लिए उनके पास पहुंचे जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं.