हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को हुए हादसे में 121 लोगों मौत हो गई है. दिल को झकजोर कर रख देने वाली इस घटना का गुनहगार कौन है? सत्संग के आयोजक से लेकर प्रशासन तक कठघरे में खड़ा है. इस बीच पहली बार घटना को लेकर भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का बयान सामने आया है. भोले बाबा ने बयान जारी करते हुए घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है और दावा किया कि मैं पहले ही निकल चुका था असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. Hathras Stampede Case: हथरास भगदड़ केस में सत्संग के 'भोले बाबा' के वकील बने सुप्रीम कोर्ट के वकील AP सिंह, विवादों से है पुराना नाता.
बयान में उनकी तरफ से कहा गया कि मैं पहले ही वहां से (सत्संग स्थल से) चला गया था. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह को हायर किया है.
क्या कहा लेटर में?
इस लेटर में कहा गया कि हादसे में जान गवांने वाले के परिवारों के प्रति उनकी संवेदना है. साथ ही घायलों की जल्द ठीक होने की कामना भी की. आगे लिखा कि मैं/हमने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट ए.पी.सिंह को सत्संग के खत्म होने के बाद कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ माहौल पैदा करने पर कानूनी कार्रवाई के लिए हायर किया है. मैं सिकंदराराऊ के गांव फुलारी से 2 जुलाई को बहुत पहले रवाना हो गया था.
121 लोगों की चली गई जान
बता दें कि हाथरस जिले के सिकंदराराऊ के गांव फुलारी में मंगलवार को हुए भगदड़ में अबतक 121 लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है, जबकि कई लोग घायल हैं.
कैसे हुआ हादसा?
शुरुआती जांच में सामने आया कि बाबा के चरणों की धूल के लिए श्रद्धालु उमड़े पड़े और गहरे गड्ढे में एक के ऊपर एक गिरते चले गए. अनुयायियों में होड़ लग जाने और वहां की जमीन कीचड़ और फिसलन भरी होने से भगदड़ मची. गर्मी-उमस और संकरे रास्ते में कई बेहोश हो गए. लोगों ने भागने की कोशिश की और दबते चले गए. मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.