कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी के खिलाफ अपने शब्दों के बाण छोड़े हैं. सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा की टिपण्णी ने एक बार फिर तूल पकड़ ली है. इस टिपण्णी को लेकर राहुल गांधी ने बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है. इस बयानबाजी के लिए राहुल गांधी ने डीएस हुड्डा कि तारीफ़ की है.
बता दें कि डीएस हुड्डा ने कहा था कि भारतीय सेना ने दो साल पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर जो सर्जिकल स्ट्राइक कि थी उसका महिमामंडन गाने की जरूरत नहीं है. जब 29 सितंबर 2016 को LoC पार करके भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, उस वक्त लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा उत्तरी सैन्य कमान के कमांडर थे.
राहुल ने ट्वीट किया, ' लेफ्टनेंट हुड्डा ने एक सच्चे सैनिक की तरह बोला है. भारत को उनपर गर्व है. राहुल ने पीएम मोदी को मिस्टर 36 कहा, के मिस्टर 36 को भारतीय सेना को अपनी निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने में कोई शर्म नहीं है. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया और राफेल डील से अम्बानी की संपत्ति 30 हजार करोड़ बढ़ाई है.
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आपको बता दें की राहुल ने मोदी को मिस्टर 36 इसलिए कहा क्योंकि मोदी सरकार 36 राफेल विमान खरीद रही है. इसी बात पर राहुल ने ताना कसा है. सिर्फ राहुल गांधी ने ही नहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मोदी सरकार पर जमकर तंज किया है. उन्होंने लेफ्टनेंट हुड्डा का शुक्रिया अदा किया और कहा 'मोदी सरकार कि निचले स्तर की राजनीति को उजागर करने के लिए आपका शुक्रिया. रणदीप सिंह ने कहा हमारे सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को कोई अपनी सस्ती राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता. उन्होंने मोदी पर आरोप लगाया के राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक हित के साथ समझौता करने और बिना वजह अपनी छाती ठोंकने के लिए पीएम मोदी जी को पूरी तरह से दोषी ठहराया.
इसके अलावा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी और कहा ये लेफ्टनेंट हुड्डा का व्यक्तिगत नजरिया है, इसपर टिपण्णी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. लिहाजा मैं उनकी बात का सम्मान करता हूं.
आपको बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) डीएस हुड्डा ने कहा था कि भारतीय सेना द्वारा दो साल पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का महिमामंडन किए जाने की जरूरत नहीं है. जब 29 सितंबर 2016 को LoC पार करके भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, उस वक्त लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा उत्तरी सैन्य कमान के कमांडर थे.
उन्होंने कहा कि जब जरूरत हुई, तो सर्जिकल स्ट्राइक सफलतापूर्वक की गई थी, लेकिन अब इस पर पोलिटिक्स की जा रही है. सेना की सर्जिकल स्ट्राइक सही थी या गलत थी, क्या यह भी राजनेताओं से पूछा जाएगा? लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने पीएम मोदी पर शब्दों के बाण छोड़े और कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का बढ़ा चढ़ाकर प्रचार करने की कोई जरूरत नहीं है.