पंजाब के होशियारपुर में लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे की इमरजेंसी लैंडिंग, गांव के खेत में उतारा गया
इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू अपाचे हेलिकॉप्टर( Apache helicopter) की इमरजेंसी लैंडिग पंजाब में पठानकोट के करानी पड़ी. हेलिकॉप्टर ने जैसे ही पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी उसी वक्त उसमें सवार पायलटों को तकनीकी समस्या नजर आई. जिसके बाद अपाचे हेलिकॉप्टर को नजदीक के एक गांव में लैंडिंग करानी पड़ी. राहत की बात यह रही कि हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं. वहीं हेलिकॉप्टर को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है. वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और पठानकोट एयरबेस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. अपाचे हेलीकॉप्टरों को पिछले साल ही वायुसेना में शामिल किया गया है. इस हेलिकॉप्टर को जल्द ही थल सेना में भी शामिल करने की योजना है. जिससे दुश्मनों के सटीक ऑपरेशन करने में सहायता मिलें.
इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू अपाचे हेलिकॉप्टर ( Apache Helicopter) की इमरजेंसी लैंडिग पंजाब में होशियारपुर के करानी पड़ी. हेलिकॉप्टर ने जैसे ही पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी उसी वक्त उसमें सवार पायलटों को तकनीकी समस्या नजर आई. जिसके बाद अपाचे हेलिकॉप्टर को नजदीक के एक गांव में लैंडिंग करानी पड़ी. राहत की बात यह रही कि हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं. वहीं हेलिकॉप्टर को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है. वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और पठानकोट एयरबेस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. अपाचे हेलीकॉप्टरों को पिछले साल ही वायुसेना में शामिल किया गया है. इस हेलिकॉप्टर को जल्द ही थल सेना में भी शामिल करने की योजना है. जिससे दुश्मनों के सटीक ऑपरेशन करने में सहायता मिलें.
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के बागपत में गुरुवार सुबह एक एक्सप्रेसवे पर कोविड-19 टेस्ट सैंपल्स की सप्लाई को लेकर जा रहे भारतीय वायुसेना (IAF) के एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. दरअसल आईएएफ के चीता हेलिकॉप्टर ने बागपत जिले में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर एक आपातकालीन लैंडिंग की. जिसके बाद वायुसेना ने पुष्टि करते हुए कहा था कि पायलटों द्वारा की गई कार्रवाई सही थी और इस दौराना किसी भी संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
गौरतलब हो कि अपाचे हेलीकॉप्टर विश्व के अत्याधुनिक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से एक है और इसे अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है. इन हेलीकॉप्टरों को वायुसेना की भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है. अपाचे हेलीकॉप्टरों में पूर्ण एकीकृत डिजिटल कॉकपिट है जो इनकी मिशन क्षमता में वृद्धि करता है. यह किसी इलाके की टोह लेने, सुरक्षा, शांति अभियानों और हर तरह की स्थिति में घातक हमले के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.