जम्मू -कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर बड़ा आतंकी हमले में 45 जवान शहीद हो गए. इस घटना के बाद देश में नाराजगी है और बड़ी कार्रवाई करने की मांग उठ रही है. इस हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए पाकिस्तान से MFN यानी मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने की बात कही है. सीसीएस की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत अब हर तरह के कूटनीतिक कदम उठाएगा.
अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को दुनिया आगे बेनकाब करेंगे. घाटी में अमन बना रहे, इसके लिए सरकार हर कदम उठाएगी. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग करने के लिए हर कदम उठाया जाएगा. आतंकवाद का समर्थन करने वाले लोग और इसके जिम्मादारों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी. बता दें कि पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यह हमला गुरुवार अपराह्न 3.15 बजे हुआ. जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकरा दी थी और जिससे विस्फोट हो गया.
Arun Jaitley: The 'most favoured nation' status which was granted to Pakistan, stands withdrawn https://t.co/OKHXS69Ukq
— ANI (@ANI) February 15, 2019
गौरतलब हो कि खुफिया इनपुट में बताया गया था, "बातचीत के इनपुट से खुलासा हुआ कि जेईएम ने जम्मू -कश्मीर में जिन मार्गो से होकर सुरक्षा बलों का काफिला गुजरता है, वहां आईईडी हमलों को अंजाम देने का संकेत दिया है. संगठन द्वारा अपलोड किया गया एक वीडियो भी साझा किया गया. विभाग ने सलाह दी थी कि आतंकवादियों के ऐसे किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखने की जरूरत है.