पुलवामा आतंकी हमला: देश के शहीदों को आज दी जाएगी आखिरी विदाई, घर पहुंचाए जा रहे हैं पार्थिव शरीर
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद 45 जवानों के पार्थिव शरीर आज उनके घर पहुंचाए जा रहे हैं, जवानों को आज देश की आखिरी विदाई दी जाएगी. जवानों की शहादत पर पूरे देश में शोक और आक्रोश है.
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद 45 जवानों के पार्थिव शरीर आज उनके घर पहुंचाए जा रहे हैं, जवानों को आज देश की आखिरी विदाई दी जाएगी. जवानों की शहादत पर पूरे देश में शोक और आक्रोश है. इस बीच शुक्रवार शाम शहीदों के पार्थिव शरीर को श्रीनगर से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाया गया. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल,ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी. जवानों की आखिरी विवाई पर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री या राज्य के मंत्री शहीद जवानों के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. केंद्र सरकार की तरफ से भी एक-एक मंत्री या प्रतिनिधि शहीदों के अंतिम संस्कार में शामिल होगा.
गुरुवार को हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है, सभी पाकिस्तान के इस जघन्य हमले का मुहतोड़ जवाब देने की मांग कर रहे हैं. इस बीच केंद्र सरकार ने भी सेना को कार्यवाई की खुली छुट दे दी है. साथ ही आतंकियों को माकूल जवाब देने के लिए सरकार और सेना लगातार विशिष्ट रणनीति पर काम कर रही है. इसको लेकर शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. जानकारी के मुताबिक सरकार ने पुलवामा हमले को लेकर देश की सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई है. यह भी पढ़ें- पुलवामा आतंकी हमला: भारत ने पाकिस्तान में मौजूद अपने उच्चायुक्त अजय बिसारिया को वापस बुलाया
यह बैठक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई है और सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए आमंत्रण भेज दिया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि सभी पार्टियों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी. बता दें कि पुलवामा हमले पर अमेरिका ने भारत के रुख का समर्थन किया है. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बॉल्टन ने कहा है कि आत्मरक्षा करना भारत का अधिकार है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का फैसला किया गया था. इस हमले से भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण कूटनीतिक संबंधों को और नुकसान पहुंचा है. भारत ने पाकिस्तान से तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस ले लिया है, जोकि पाकिस्तान को विश्व व्यापार संगठन के तहत भारत ने 1996 में प्रदान किया था. पाकिस्तान ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया है.