राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद को बताया 'मोदी 2.0' का विजन, कहा- बिना भेदभाव के आखिरी व्यक्ति तक पहुचाया जाएगा विकास
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. सेंट्रल हाल में हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण में नवनिर्वाचित मोदी सरकार की नीतियों, प्राथमिकताओं और योजनाओं की रुपरेखा की झलक दिखाई पड़ी.
नई दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने गुरुवार को संसद (Parliament) के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. सेंट्रल हाल में हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण में नवनिर्वाचित मोदी सरकार की नीतियों, प्राथमिकताओं और योजनाओं की रुपरेखा की झलक दिखाई पड़ी.
अपने अभिभाषण की शुरुआत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोकसभा के सभी निर्वाचित सांसदों को बधाई दी. नवनिर्वाचित सरकार का विजन बताते हुए उन्होंने कहा “मेरी सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के नारे पर काम किया है, जहां किसी के साथ भेदभाव नहीं है. मेरी सरकार पहले दिन से ही देशवासियों का जीवन सुधारने, कुशासन से पैदा मुसीबत दूर करने के लिए समर्पित है.”
राष्ट्रपति कोविंद ने 17वीं लोकसभा के चयन के बाद पहली बार संसद को संबोधित किया है. उनके अभिभाषण के बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई. सबसे पहले सदन में धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया और उस पर चर्चा शुरू की गई. संसद का मानसून सत्र 26 जुलाई तक चलेगा.
इस मौके पर सेंट्रल हाल में प्रधानमंत्री मोदी, कैबिनेट के सभी सदस्य, लोकसभा के उपाध्यक्ष तथा राज्यसभा के उप-सभापति, लोकसभा तथा राज्यसभा में विपक्ष के नेता सहित सभी सांसद मौजूद रहे.
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इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद का काफिला संसद भवन में पहुंचा. जहां उनका राज्यसभा के सभापति, प्रधानमंत्री, लोकसभा के अध्यक्ष, संसदीय कार्य मंत्री और दोनों सदनों के महासचिवों ने स्वागत किया.