Covid-19 टीकाकरण के 2 महीने बाद करें प्रेग्नेंसी प्लान, भ्रूण को हो सकता है नुकसान-भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ

यहां तक कि भारत में वैक्सीन को चरणों में रोल किया जा रहा है, भारत में स्त्री रोग विशेषज्ञों और प्रजनन विशेषज्ञों ने लोगों से कोविड -19 के खिलाफ वैक्सीन प्राप्त करने के दो महीने बाद तक गर्भावस्था की योजना बनाने में देरी करने का आग्रह किया है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गर्भावस्था के दौरान वैक्सीन न लिए जाने की सिफारिश के एक दिन बाद कहा गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

यहां तक कि भारत में वैक्सीन को चरणों में रोल किया जा रहा है, भारत में स्त्री रोग विशेषज्ञों और प्रजनन विशेषज्ञों ने लोगों से कोविड -19 के खिलाफ वैक्सीन प्राप्त करने के दो महीने बाद तक गर्भावस्था की योजना बनाने में देरी करने का आग्रह किया है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा गर्भावस्था के दौरान वैक्सीन न लिए जाने की सिफारिश के एक दिन बाद कहा गया है.

प्रेगनेंसी के दौरान कोविड का टिका लगवाने से हाई रिस्क हो सकता है. हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह टीकाकरण से पहले गर्भावस्था टेस्ट की सिफारिश नहीं करता है, न ही यह टीकाकरण के बाद गर्भावस्था में देरी की सिफारिश करता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को टीका दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शॉट्स से स्तनपान करने वाले बच्चों के लिए खतरा पैदा होने की संभावना नहीं है. यह भी पढ़ें: After Having Covid Vaccine You’ll get QR Code Certificate on Phone: कोविड वैक्सीनेशन के बाद आपको फोन पर QR कोड प्रमाणपत्र मिलेगा

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल्स के बर्थ और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमन सिंह ने हालांकि टीका लगाने की सलाह नहीं दी, बल्कि कहा कि वैक्सीन की खुराक के बाद कपल्स को कम से कम दो महीने तक बच्चे की प्लानिंग में देरी करनी चाहिए. यूरोपियन सोसाइटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड एम्ब्रायोलॉजी (ESHRE) ने सुरक्षित असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART) प्रथाओं के लिए अपने पहले के मार्गदर्शन की फिर से पुष्टि की थी. यह भी पढ़ें: COVID-19 Vaccine Price: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को केंद्र सरकार से मिला वैक्सीन खरीदने का ऑर्डर, प्रति शीशी की कीमत होगी 200 रुपए

इस बीच केंद्र ने यह भी पुष्टि की है कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं अब तक किसी भी कोविड वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं रही हैं और उनकी राय थी कि उन्हें इस समय टीका नहीं लेना चाहिए. यह बताते हुए कि गर्भावस्था के लिए कोविड वैक्सीन पर कोई भी लॉन्ग टर्म सेफ्टी डेटा नहीं है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि टीकाकरण के बाद आठ सप्ताह तक गर्भावस्था से बचने के लिए सबसे सुरक्षित है क्योंकि जीवित वायरस युक्त टीके भ्रूण की दृष्टि और सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

हालांकि कोविशिल्ड और कोवाक्सिन दोनों निष्क्रिय टीके हैं (जो मृत वायरस का उपयोग करते हैं), लेकिन प्रेगनेंट एक्सपर्ट्स का कहना है कि गर्भावस्था में इन्हें लेना अनुचित होगा.

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