नई दिल्ली: भारतीय ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के 'उत्तराधिकार कर' (Inheritance Tax) पर दिए गए बयान के विरोध में दिल्ली में विभिन्न विश्वविद्यालयों के युवाओं ने प्रदर्शन किया. युवाओं ने पित्रोदा के बयान को 'गरीब विरोधी' और 'अनुचित' बताते हुए नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया.
गौरतलब है कि 23 अप्रैल को पित्रोदा ने अमेरिका में लागू 'विरासत टैक्स' कानून का समर्थन करते हुए कहा था कि अगर किसी व्यक्ति के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और उसकी मृत्यु हो जाती है, तो वह अपने बच्चों को केवल 45 प्रतिशत संपत्ति ही हस्तांतरित कर सकता है, बाकी 55 प्रतिशत सरकार ले लेती है. पित्रोदा ने इसे एक 'दिलचस्प कानून' बताते हुए कहा था कि यह सुनिश्चित करता है कि संपत्ति का कुछ हिस्सा जनता के लिए भी इस्तेमाल हो.
#WATCH | Youth from various universities hold a protest against Chairman of Indian Overseas Congress Sam Pitroda's remark regarding 'inheritance tax', in Delhi. pic.twitter.com/Ewtk6bioiL
— ANI (@ANI) May 1, 2024
हालांकि, इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया और भाजपा नेताओं ने पित्रोदा पर जमकर निशाना साधा. भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी 'अमीरों से संपत्ति छीनकर गरीबों में बांटना' चाहती है. विवाद बढ़ता देख कांग्रेस पार्टी ने भी पित्रोदा के बयान से खुद को अलग कर लिया.
24 अप्रैल को पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी को भी निशाना बनाने का नहीं था.
बहरहाल, पित्रोदा के बयान पर युवाओं का गुस्सा साफ दिखाई दिया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराधिकार कर लगाना अनुचित है और इससे मेहनत करके कमाई गई संपत्ति पर सरकार का हक नहीं बनता.