लखनऊ. यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आयकर रिटर्न भरने के मसले को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. बताना चाहते है कि मंत्रियो के आयकर भरने की पुरानी व्यवस्था को योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने खत्म कर दिया है. इसके साथ ही योगी ने अपने फैसले में कहा कि आने वाले समय में किसी भी मुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्री का आयकर रिटर्न भरने (Income Tax Return) के लिए सरकार के खजाने का इस्तेमाल नहीं होगा. साथ ही मुख्यमंत्री और सभी मंत्री अपना आयकर रिटर्न खुद अपनी जेब से भरेंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले सूबे की सरकार (Uttar Pradesh Govt) अपने मंत्रियों की आयकर रिटर्न सरकारी खजाने से जमा करती थी.
Uttar Pradesh Government: UP Chief Minister and the Council of Ministers will now pay their own Income-Tax, which was earlier being paid by the state treasury under UP Ministers’ Salaries, Allowances and Miscellaneous Act, 1981. pic.twitter.com/gDuYtAJXY4
— ANI UP (@ANINewsUP) September 13, 2019
इस मसले पर सूबे के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सीएम योगी (Yogi Adityanath) के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया है कि अब सभी मंत्री अपने इनकम टैक्स का भुगतान स्वयं करेंगे. इसके साथ ही सरकारी खजाने से अब मंत्रियों के आयकर रिटर्न नहीं भरे जायेंगे. यह भी पढ़े-उत्तर प्रदेश: मॉब लिंचिंग और बलात्कार पीड़ितों को अंतरिम राहत देगी योगी सरकार
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन, भत्ते एवं विविध कानून 1981 जब बना था, उस दौरान विश्वनाथ प्रताप सिंह सूबे के मुख्यमंत्री थे. खबर है कि इस कानून के तहत 19 मुख्यमंत्रियों और लगभग 1000 मंत्रियों को फायदा पहुंचा है, हालांकि कुछ मंत्रियों का यह भी कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.