हैदराबाद. चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार पर एक दिन पहले ही रोक लगा देने के बाद एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को दावा किया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के संदर्भ में भी ऐसा ही निर्णय लिया जाना चाहिए। बता दें कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव को भी सेवा मुक्त कर, राज्य के मुख्य सचिव को गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपने का आदेश दिया है. इसके लिए चुनाव आयोग ने धारा 324 का हवाला दिया है. देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब चुनाव आयोग को इस धारा के तहत कार्रवाई करनी पड़ी है. चुनाव आयोग फैसले और मंगलवार की हिंसा पर अलग अलग दलों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘केवल पश्चिम बंगाल ही क्यों, प्राकृतिक न्याय और समान अवसर के सिद्धांत की मांग है कि पूरे सातवें चरण के लिए ऐसा होना चाहिए, पश्चिम बंगाल ही क्यों, पूर्वी उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं। ’’वैसे उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के संदर्भ में अपनी इस मांग का कोई कारण नहीं बताया।
@ECISVEEP why only West Bengal ,Natural Justice & Fair Play demands it should have been for entire 7th Phase why only West Bengal ,why not for Eastern UP ? https://t.co/xpE2L2vYpI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 15, 2019
चुनाव आयोग ने बुधवार को आदेश दिया कि कोलकाता में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा के आलोक में पश्चिम बंगाल के नौ संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार शुक्रवार की जगह बृहस्पतिवार को ही रात दस बजे समाप्त कर दिया जाए। मंगलवार को अमित शाह के रोड शो के दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा हुई थी।
(भाषा इनपुट के साथ)