पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में लहराया तृणमूल कांग्रेस का परचम, बीजेपी ने वाम दलों और कांग्रेस को पछाड़ा
पश्चिम बंगाल के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा, "यह तृणमूल के लिए बड़ी जीत है. विपक्षी का निर्दलीय उम्मीदवारों को बाहर से समर्थन देना उनके लिए फायदेमंद होगा."
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली है. ख़बरों के अनुसार तृणमूल ने ग्राम पंचायतों में 80 फीसद और पंचायत समितियों में 90 फीसद, जबकि जिला परिषद की शत प्रतिशत सीटें जीतने में कामयाब रही है. इन चुनावों में बीजेपी के लिए भी अच्छी खबर आई है. बीजेपी इन चुनावों में दुसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी ने कांग्रेस और वाम दलों को पछाड़ा.
पश्चिम बंगाल के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा, "यह तृणमूल के लिए बड़ी जीत है. विपक्षी का निर्दलीय उम्मीदवारों को बाहर से समर्थन देना उनके लिए फायदेमंद होगा. इसने उन्हें गलत साबित किया है, क्योंकि वे सभी साफ हो गए हैं. लोगों ने तृणमूल कांग्रेस और उसकी नेता ममता बनर्जी के लिए मतदान किया है."
चुनाव परिणामों के दौरान नदिया जैसे जिलों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं की खबर है, जहां गुंडों के एक समूह के कथित तौर पर मतपेटियों के साथ भागने की बात सामने आई है. मतपत्रों से छेड़छाड़ की शिकायत के बाद नदिया के मझदिया में मतगणना करीब तीन घंटे तक रुकी रही.
बंगाल पंचायत चुनावों के लिए मतदान सोमवार को हुआ था. इस दौरान प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक समूहों के बीच व्यापक हिंसा की रिपोर्ट आई थी, जिससे 20 जिलों में से 19 जिले के 573 मतदान केंद्रों पर बुधवार को फिर से मतदान कराया गया. आंकड़ों से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं. इन सीटों में तृणमूल का बड़ा भाग शामिल है.
वहीं, सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य निर्वाचन आयोग से निर्विरोध जीतने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट जारी नहीं करने को कहा है.
With IANS Input