उत्तर प्रदेश: 2022 विधानसभा चुनावों से पहले होने वाले उप-चुनावों को लेकर एक्टिव हुई मायावती, बनाई ये रणनीति
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि जिन इलाकों में विधानसभा उपचुनाव होने हैं, वहां भाईचारा कमेटी शीघ्र बनाई जाए. मायावती ने यहां पार्टी कार्यालय में विधानसभा उपचुनाव को लेकर बसपा के मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा जल्द की जाएगी.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि जिन इलाकों में विधानसभा उपचुनाव होने हैं, वहां भाईचारा कमेटी शीघ्र बनाई जाए. मायावती ने यहां पार्टी कार्यालय में विधानसभा उपचुनाव को लेकर बसपा के मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
इस दौरान उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि जनता के बीच जाकर भाईचारा कमेटी बनाने व उनके सुख-दुख में शामिल होने का काम तुरंत शुरू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा जल्द की जाएगी.
यह भी पढ़ें : मायावती ने बीजेपी पर बोला हमला, कहा- ऐसी डबल इंजन वाली सरकार क्या लाभ
इस दौरान उन्होंने 17 ओबीसी जातियों को एससी में शामिल किए जाने को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि इससे इन जातियों के लोगों की दुर्दशा ही होगी. उन्होंने सपा को भी नहीं बख्शा और कहा कि ऐसी ही कोशिश सपा शासनकाल में भी हुई थी.
मायावती ने कहा, "महाराष्ट्र में मराठा समाज के आरक्षण को लेकर जिस तरह की जल्दबाजी दिखाई गई, अगर उतनी ही सजगता अलग-अलग सरकारी विभागों में लंबित पड़े एससी, एसटी और ओबीसी वर्गो के पदों को भरने में दिखाई गई होती तो ज्यादा अच्छा होता. लेकिन भाजपा की सरकार में आरक्षण के हकदार ये लोग उपेक्षित पड़े हुए हैं."
मायावती ने कहा, "अलग-अलग राज्यों द्वारा आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ाई जा रही है. इसलिए जरूरी है कि एससी और ओबीसी का कोटा आबादी के अनुपात में बढ़ाया जाए, जिससे इन वर्गो के लोगों को आरक्षण का लाभ देकर समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके."
बैठक में मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा व अलीगढ़ मंडल के अलावा बरेली, कानपुर, झांसी व चित्रकूट मंडल के जिम्मेदार पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था.