Uttar Pradesh: कांग्रेस में 'All Is Not Well'. दिग्गजों का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से नेताओं का पलायन जारी है. गुटबाजी और अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस महासचिव ब्रह्म स्वरूप सागर ने अब पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
लखनऊ, 24 फरवरी : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कांग्रेस से नेताओं का पलायन जारी है. गुटबाजी और अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस महासचिव ब्रह्म स्वरूप सागर (Brahma Swaroop Sagar) ने अब पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सागर, जिन्हें महत्वपूर्ण संगठनात्मक असाइनमेंट दिया गया था, ने मंगलवार को पार्टी छोड़ दी, जिस दिन प्रियंका गांधी वाड्रा मथुरा में एक 'किसान पंचायत' को संबोधित कर रही थीं. सागर पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में थे और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हालांकि वे चुनाव हार गए, लेकिन सागर को पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपा गया था.
सूत्रों ने बताया कि पलायन के लिए पार्टी की दलबदलू पर बढ़ती निर्भरता जिम्मेदार है. पार्टी के एक असंतुष्ट नेता ने कहा, "यह ट्रिक जल्द ही अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बढ़ जाएगी. नेताओं को अब कांग्रेस में कोई भविष्य नहीं दिखता है क्योंकि नेतृत्व के साथ कोई संवाद नहीं है और कामकाज पूरी तरह से केंद्रीकृत हो गया है. प्रियंका गांधी केवल अपने करीबियों की सुनती हैं. यह भी पढ़ें : West Bengal: ममता बनर्जी का पीएम मोदी पर तीखा हमला, कहा- बंगाल पर गुजरात शासन नहीं करेगा
" हाल के दिनों में कांग्रेस से अलग हुए नेता ऐसे हैं जिनका अन्य दलों से स्वागत किया गया था. कैसर जहां, रमाकांत यादव, सावित्रीबाई फुले, आर.के. चौधरी, जय नारायण तिवारी और वीरेंद्र सिंह वे हैं जिन्होंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी. आर. चौधरी कांग्रेस में शामिल होने से पहले बहुजन समाज पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. तिवारी कल्याण सिंह सरकार में मंत्री थे.