लखनऊ: देश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर बवाल मचा हुआ है. सरकार लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है कि लोगों के बीच जो अफवाएं फैलाई जा रही है वैसा कुछ भी नहीं है. इस कानून से लोगों की नागरिकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस बीच स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की 95वीं जयंती के अवसर पर लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने भी लोगों से शांति बनाये रखने को अपील किया. उन्होंने हिंसा में शामिल होने और तोड़फोड़ करने वालों से सवाल किया कि क्या उनका रास्ता सही है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे सवाल करते हुए कहा कि उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि जिस सार्वजनिक संपत्ति का उन्होंने नुकसान किया. क्या वह संपत्ति उनके बच्चों के काम न आती. इस तरह अफवाहों पर हिंसा करने से उनका खुद का ही नुकसान है. देश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर सार्वजनिक सुविधाएं पाने का हक है लेकिन उनका संरक्षण करना भी उनकी जिम्मेदारी है. यह भी पढ़े: NRC पर अमित शाह का बड़ा बयान, बोले- पीएम मोदी की बात सही, इस पर अभी नहीं हुई कोई चर्चा
Prime Minister Narendra Modi in Lucknow: People who damaged public property and were involved in violence in the name of protest in UP, should introspect if what they did was right. pic.twitter.com/e10hCTDLfX
— ANI UP (@ANINewsUP) December 25, 2019
पीएम मोदी ने इस अवसर पर धारा 370, राम मंदिर के मुद्दे का जिक्र करते हुए अपनी सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि कहा कि इतने पुराने मुद्दे को उनकी सरकार ने शांतिपूर्ण तरीके से हल किया. उन्होंने पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से शरणार्थियों को नागरिकता देने की बात का भी जिम्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सब 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मविश्वास के साथ ऐसी चुनौतियों का हल खोजा है.
PM Narendra Modi in Lucknow: Issues of Article370, Ram Temple have been resolved peacefully. The way to give citizenship to refugees from Pakistan, Bangladesh, Afghanistan has been cleared. 130 crore Indians have found solution to such challenges with confidence. pic.twitter.com/kglKRKa549
— ANI UP (@ANINewsUP) December 25, 2019
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है. इसका कही पर सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हो रहा है तो वह उत्तर प्रदेश है. जहां सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. यही वजह है कि हिंसा के दौरान अब तक करीबन 18 लोगों की जाने जा चुकी हैं है. वहीं बड़े पैमाने पर प्रदेश के अलग- अलग अस्पतालों में लोगों का अभी इलाज चल रहा है. हिंसा प्रदर्शन करने वालों के लिए मुसीबत की बात है कि राज्य सरकार ने लोगों की पहचान कर उन पर मुकदमा दायर कर उन पर सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान पहुंचाने को लेकर नोटिस भेज रही है.