लखनऊ, 24 दिसंबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने अटल दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक काव्य संध्या में बात करते हुए कहा कि, 'इंडोनेशिया की रामलीला के पात्रों को मैंने अयोध्या में देखा, उसके बाद उन्हें मैंने लखनऊ में सम्मान के लिए बुलाया. मैं देखकर हैरान था कि सभी पात्र मुस्लिम थे.' उन्होंने आगे कहा कि, 'मैंने उनसे कहा कि आप मुस्लिम होने के बावजूद राम, सीता या हनुमान बने थे. उन्होंने कहा हमारे यहां राम को लोग बड़ी श्रद्धा के साथ सम्मान करते हैं. मैंने कहा अगर भारत के अंदर कोई बनता तो फतवा जारी हो गया होता.'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने काव्य संध्या में बताया कि इंडोनेशिया के उन कलाकारों ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. इसके अलावा उन कलाकारों ने कहा कि इस्लाम उनका मजहब है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस काव्य संध्या के दौरान पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के साथ-साथ राम महिमा मंडल का भी खूब बखान किया.
मैंने उनसे कहा कि आप मुस्लिम होने के बावजूद राम, सीता या हनुमान बने थे। उन्होंने कहा हमारे यहां राम को लोग बड़ी श्रद्धा के साथ सम्मान करते हैं। मैंने कहा अगर भारत के अंदर कोई बनता तो फ़तवा जारी हो गया होता: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (2/2) https://t.co/dJQUyMG4hR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2020
बता दें कि देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 25 दिसंबर यानि कल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती पर लखनऊ में उनकी एक कास्य प्रतिमा का अनावरण करने वाले हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती पर तीन दिवसीय समारोह भी आयोजित होगा. पीएम मोदी समारोह के अंतिम दिन राजधानी पहुंचेंगे और लोकभवन में अटल जी की प्रतिमा के अनावरण के साथ अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे.