लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को अलॉट रहे सरकारी बंगले समेत खाली कराये गए सभी बंगलों में तोड़फोड़ की राज्य संपत्ति विभाग जांच कराएगा. जानकारी के अनुसार इस मामले के तूल पकड़ने के बाद विभाग ने इन बंगलों के सामान की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है. इनका रिकॉर्ड से मिलान कराया जाएगा. अगर इस दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पायी जाती है तो नोटिस इश्यू किया जाएगा. गौरतलब है कि यूपी के CM सीएम अखिलेश यादव ने चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने सरकारी बंगले की साज सज्जा पर 42 करोड़ रुपये खर्च किए थे. उसी बंगले को जब उन्हें खाली करना पड़ा तो उन्होंने उसको बुरी तरह से तहस नहस करके रख दिया. जिसके बाद से यह मामला लगातार मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है. जिसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है.
बता दें कि देश की सबसे बड़ी अदालत के आदेश पर अखिलेश यादव ने यह बंगला खाली कर दिया था। जिसके बाद राज्य संपत्ति विभाग पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खाली किए गए बंगले में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद सभी मुख्यमंत्रियों के बंगले की जांच करवाएगा.
गौर हो कि SP अध्यक्ष अखिलेश यादव के सरकारी बंगले में जमकर तोड़फोड़ के बाद विभाग ने अन्य बंगलों की भी जांच करवाने के निर्देश दिए हैं. इनमें मुलायम सिंह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह और मायावती के बंगले शामिल हैं. इन सभी ने अपने आवास की चाभियां राज्य संपत्ति विभाग को सौंप दी है. पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने अभी तक अपना आवास खाली नहीं किया है.
गौरतलब है शनिवार को राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी बंगले के अंदर की तस्वीर देखकर हैरान रह गए. अखिलेश यादव के सरकारी बंगले की सजावट में करोड़ों रुपया खर्च किया गया था. साथ ही, इसमें सुख-सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था. अब पूर्व CM अखिलेश पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने बंगला खाली करते वक्त इसे बुरी तरह से उजाड़ दिया है.