नागरिकता कानून पर नहीं थम रहा बवाल, UP के 12 जिलों में इंटरनेट बंद, दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में धारा 144 लागू
नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पारित होने के बाद देश के कई राज्यों में असामाजिक व उपद्रवी तत्वों द्वारा कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन व आगजनी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. गुरुवार को इसी प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में एक और मंगलौर में 2 लोगों की जान चली गई. वहीं लखनऊ में हुई हिंसा के बाद गाजियाबाद, लखनऊ, मऊ, आजमगढ़, फिरोजाबाद, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. शहर के अन्य कई हिस्सों में तनाव व्याप्त है. विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में तनाव है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
लखनऊ:- नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पारित होने के बाद देश के कई राज्यों में असामाजिक व उपद्रवी तत्वों द्वारा कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन व आगजनी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. गुरुवार को इसी प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में एक और मंगलौर में 2 लोगों की जान चली गई. वहीं लखनऊ में हुई हिंसा के बाद गाजियाबाद, लखनऊ, मऊ, आजमगढ़, फिरोजाबाद, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. शहर के अन्य कई हिस्सों में तनाव व्याप्त है. विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में तनाव है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. इसके अलावा बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में भी सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. कई जगहों पर पुलिसबल को तैनात कर दिया गया है. वहीं राजधानी दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ने जामिया मिलिया इस्लामिया, जसोला विहार ,शाहीन बाग स्टेशन पर आज भी ट्रेन नहीं रुकेगी. इसके अलावा जामा मस्जिद इलाके में धारा 144 लागू किया गया है. राजधानी मुंबई से लेकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी वामपंथी पार्टियां विरोध पर उतर आई हैं. वामपंथी पार्टियां संसद से लेकर सड़क तक इस कानून का विरोध कर रहे हैं.
देश के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है. हालांकि अधिकतर जगहों पर विरोध-प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है, जबकि कुछ जगहों पर उग्र प्रदर्शन भी हो रहे है. इस दौरान उपद्रवी पुलिस जवानों के अलावा सार्वजनिक संपत्ति को निशाना बना रहे है. जिससे निपटने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया जा रहा है. अधिकारियों का मानना है कि कुछ लोग सीएए और एनआरसी को लेकर गलत और भ्रामक बातें फैला रहे है.