UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले BJP में भगदड़! 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद एक और MLA लापता
यूपी से खबर है कि इन चारों विधायकों के इस्तीफा देने के बाद एक और विधायक विनय शाक्य लापता हो गया है. लापता बीजेपी विधायक विनय शाक्य यूपी के औरैया जिले की बिधूना विधानसभा सीट सेचुनाव जीतकर आये हैं.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में भगदड़ मच गई हैं. कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके समर्थन में तीन दूसरे विधायकों ने भी बीजेपी से कल ही त्यागपत्र दे दिया. कहा जा रहे हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य समेत ये सभी विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे. वहीं यूपी से खबर है कि इन चारों विधायकों के इस्तीफा देने के बाद एक और बीजेपी विधायक विनय शाक्य लापता हो गया है.
विनय शाक्य यूपी के औरैया जिले की बिधूना विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं. उनकी बेटी ने दावा कर दिया है कि उनके पिता का अपहरण कर लिया गया है. हालांकि, पुलिस की तरफ से आया ताजा बयान कुछ और ही कहता है. विनय शाक्य की बेटी रिया ने एक बयान जारी कर अपने ही चाचा देवेश शाक्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता को घर से जबरदस्ती समाजवादी पार्टी मे शामिल करवाने के लिए उठाकर लखनऊ ले गए. यह भी पढ़े: UP में BJP को तगड़ा झटका, इस्तीफा देने के बाद सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य, कहा- और भी विधायक छोड़ेंगे पार्टी
वहीं कल स्वामी प्रसाद मौर्य के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आगे की धार और वार देखते रहिए. अभी 10 से 12 और विधायक इस्तीफा देंगे. मौर्या ने कहा, मेरे इस्तीफे का असर 2022 के विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद आपको नजर आएगा. 10 मार्च को जो भी होगा, आपके सामने होगा.
इस्तीफा देने वाले विधायकों में बिल्हौर सीट से विधायक रहे भगवती प्रसाद सागर का कहना है कि बीजेपी में रह कर समाज का हित नहीं कर पा रहे थे. इसलिए मजबूर होकर पार्टी को छोड़ा है. वहीं रोशन लाल वर्मा ने भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपना त्यागपत्र दिया है. रोशन लाल वर्मा ने कहा, "मैंने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ रहूंगा.
बीजेपी से इस्तीफा देने वाले विधायकों में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भगवती सागर, बृजेश प्रजापति, रोशन लाल वर्मा के नाम शामिल हैं.