लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान खत्म होने के साथ ही भाजपा ने इस साल के विधानसभा चुनाव में भी इस क्षेत्र में व्यापक जीत का भरोसा जताया है. चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण में 60.17% मतदान हुआ. वहीं, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले चरण में मतदान का प्रतिशत स्पष्ट रूप से दिखाता है कि महिलाओं और व्यापारियों को भाजपा की डबल इंजन सरकार द्वारा सुरक्षा देने के कारण बड़ी संख्या में लोग वोट डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दंगे नहीं हुए तथा अपराध एवं अराजकता भी रूक गयी है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पांच बजे तक हुआ 58 फीसद मतदान
सीएम आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ जो लोग दंगे में शामिल रहते थे और अपराध करते थे, उनके घरों में सन्नाटा है क्योंकि 11 मार्च को उनके लिए उल्टी गिनती शुरू होगी.’’ उन्होंने कहा कि जो लोग दंगा करेंगे उनकी कई पीढ़ियों से भरपाई करायी जाएगी क्योंकि चौराहों पर उनकी तस्वीरें लगा दी जाएंगी.
उन्होंने यहां चंदौसी क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा भाजपा की डबल इंजन सरकार ने बहनों और व्यापारियों को सुरक्षा प्रदान की है इसलिए लोग मतदान करने के लिए बाहर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार में लोगों को ‘डबल डोज’ में राशन मिल रहा है.
वहीं, उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया कि पहले चरण के विधानसभा चुनाव में पार्टी आसानी से 50 से अधिक सीटें जीत जाएगी. 2017 में पार्टी ने 58 निर्वाचन क्षेत्रों में से 53 पर जीत हासिल की थी, जहां अब पहले चरण में मतदान हुआ है.
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा के पक्ष में लहर है. लोग भाजपा सरकार के पक्ष में मतदान कर रहे हैं. जमीनी स्तर से जुटाए गए फीडबैक और रिपोर्ट से साफ संकेत मिलता है कि बीजेपी पहले चरण में 58 की 50 से ज्यादा सीटों पर आसानी से जीत हासिल कर लेगी."
भगवा पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता का दावा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी बीजेपी उन विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल करेगी, जहां पहले चरण में मतदान हुआ है. उन्होंने कहा, "लोगों ने आज उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार योगी आदित्यनाथ सरकार को फिर से चुनने के लिए मतदान किया. इन 58 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के विकास, कानून और व्यवस्था और जन केंद्रित शासन के लिए मतदान कर रहे हैं."
भाजपा का दावा है कि लोगों ने समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) गठबंधन द्वारा जाति और धार्मिक आधार पर चुनाव का ध्रुवीकरण करने के बार-बार प्रयासों को खारिज कर दिया है. एक पार्टी के अंदरूनी सूत्र ने कहा, "सपा-रालोद गठबंधन ने जाट-गैर जाट या हिंदू-मुस्लिम पर चुनावों का ध्रुवीकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. लेकिन मतदाताओं ने चुनावों के ध्रुवीकरण के उनके प्रयास को खारिज कर दिया. लोगों ने उत्तर प्रदेश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए मतदान किया है."