उन्नाव लोकसभा सीट: बीजेपी आगे, गठबंधन और कांग्रेस पीछे
उन्नाव लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज को मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने अन्नू टंडन और सपा-बसपा गठबंधन ने अरुण शंकर शुक्ल पर दांव खेला है. लेकिन आज साल 2014 जैसा नहीं है क्योंकि उस दौर में मोदी के नाम की लहर थी
Unnao Lok Sabha Constituency: यूपी उन्नाव लोकसभा सीट के शुरुवाती चुनावी रुझान आने शुरू हो गए हैं. चुनाव उत्तर प्रदेश के दो मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव और मायावती के साथ चुनाव लड़ने से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आ गया है. उन्नाव लोकसभा सीट से इस बार भी बीजेपी ने साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj)को ही मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने अन्नू टंडन (Annu Tondon) और सपा-बसपा गठबंधन ने अरुण शंकर शुक्ल (Arun Shukla) पर दांव खेला है. उत्तर प्रदेश के 80 सीटों के लिए 7 चरण में चुनाव हुए हैं.
उन्नाव लोकसभा देश की चौथी सबसे अधिक मतदाताओं वाली लोकसभा है. उन्नाव संसदीय सीट पर 16 बार आम चुनाव और एक बार उपचुनाव हुए हैं. जिसमें 9 बार कांग्रेस जीतने में और चार बार बीजेपी जितने में सफल रही. साल 2014 के चुनाव में यहां पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नाम रही और यह मुकाबला डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज ने जीतकर कमल खिलाया.
लेकिन अब 2014 जैसा हालात नहीं है क्योंकि उस दौर में मोदी के नाम की लहर थी. जिसके कारण बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 71 सीटों पर कब्जा कर इतिहास रच दिया था. वहीं इस बार सपा और बसपा एक हैं, जिसका सीधा असर नतीजों पर पड़ सकता है. उन्नाव लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.
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उन्नाव लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधान सभा क्षेत्र आते हैं. इनके नाम बांगरमऊ, सफीपुर, मोहान, उन्नाव, भगवंतनगर और पुरवा हैं. जिसमें सफीपुर और मोहान सीट, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
साल 2014 में इस तरह मिले थे वोट
बीजेपी: साक्षी महराज, 5,18,834 वोट मिलें.
एसपी: अरुण शंकर शुक्ला, 2,08,661 वोट मिलें.
कांग्रेस: अन्नू टंडन, 1,97,098 वोट मिलें.
बीएसपी: ब्रजेश पाठक, 2,00,176 वोट मांगे.
उन्नाव के वोटर और जातीय समीकरण
उन्नाव में कुल मतदाताओं की संख्या 2177080 है. साल 2014 में इनमें से 121806 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक हिंदू समुदाय 87.89 फीसदी है, तो वहीं, मुस्लिम समुदाय के 11.69 प्रतिशत लोग हैं.
गौरतलब हो कि इस बार के चुनाव में तकरीबन 90 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. इस बार के लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान 11 अप्रैल, 18, 23, 29 अप्रैल और छह, 12, 19 मई को वोटिंग हुई है.