उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में दलित युवती का शव समाजवादी पार्टी के एक नेता के खेत से मिलने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में समाजवादी पार्टी विरोधियों के निशाने पर आ गई है. पूरे मामले में अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी पार्टी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री के बेटे राजोल सिंह के बीच किसी भी संबंध से इनकार किया. राजोल सिंह पर उन्नाव कांड में युवती की हत्या का आरोप लगा है. UP: चुनाव के बीच उन्नाव कांड से मुश्किल में सपा, अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदी थी मां.
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि आरोपी राजोल सिंह का पार्टी से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा, "मंत्री का चार साल पहले निधन हो गया और उनके बेटे का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है." अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार से दलित महिला की हत्या की कड़ाई से जांच करने का भी आग्रह किया.
रजोल सिंह पर आरोप है कि उसने पहले दलित युवती का अपहरण किया फिर उसे जान से मारकर टॉयलेट के टैंक में दफना दिया. युवती की लाश दो महीने बाद गुरुवार को मिली. युवती 8 दिसंबर को लापता हुई थी. मां ने 9 दिसंबर को ही रजोल सिंह के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदी थी मां
यह मामला तब अधिक गरमा गया था, जब पीड़िता की मां ने अखिलेश यादव की कार के आगे आत्महत्या का प्रयास किया था. लड़की की मां ने लखनऊ में विगत 24 जनवरी को अखिलेश यादव की कार के सामने आत्महत्या का प्रयास किया. अब गुरुवार को गायब लड़की की लाश मिली.
लड़की की मां का आरोप है कि बेटी की हत्या समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे स्व फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने की है. घटना को लेकर परिजनों के साथ ग्रामीणों में भी आक्रोश है. मामले को तूल पकड़ता देख अखिलेश यादव ने अब राजोल सिंह पर सफाई दी है.