मुंबई: शिवसेना (Shivsena) नेता संजय राउत (Sanjya Raut) और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के बीच दो दिन पहले एक होटल में मुलाकात हुई. जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में कयास लगाए जाने लगे कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जा सकती हैं. हालांकि दोनों नेताओं के बीच हुए मुलाकात के बाद संजय राउत ने साफ किया कि उनकी मुलाकात फडणवीस के साथ सिर्फ सामना अखबर के एक साक्षात्कार को लेकर था. ऐसे में इसका गलत कयास ना लगाया जाये. ऐसे में दोनों पार्टी एक साथ भविष्य में आती है या नही इसके बारे में नहीं कहा जा सकता है. लेकिन मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने शिवसेना को सलाह दी है कि वह बीजेपी के साथ आ जाये.
मीडिया के बातचीत में सोमवार को आठवले ने कहा कि मेरा मत है कि शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी के चक्रव्यूह में अटकर नहीं रहना चाहिए, उन्हें वापस आना चाहिए. वहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर बाला साहेब ठाकरे जी का सपना पूरा करना है तो उद्धव ठाकरे जी को दोबारा बीजेपी और आरपीआई के साथ आना चाहिए. यह भी पढ़े: Sanjay Raut and Devendra Fadnavis Meeting: संजय राउत से मुलाकात पर बोलें पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना से हाथ मिलाने का कोई इरादा नहीं
मेरा मत है कि शिवसेना को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चक्रव्यूह में अटकर नहीं रहना चाहिए, उन्हें वापस आना चाहिए। अगर बाला साहेब ठाकरे जी का सपना पूरा करना है तो उद्धव ठाकरे जी को दोबारा बीजेपी और RPI के साथ आना चाहिए: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले #Maharashtra pic.twitter.com/pjuovVLk7E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2020
बता दें कि महाराष्ट्र विकास आघाडी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. बीच- बीच में नाराजगी की बात सामने आ ही जा रही है. ऐसे में राजनीति के जानकारों का कहना है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच बहुत दिन तक चलने वाला है नही हैं. महाराष्ट्र में कभी भी सरकार गिर सकती हैं.