केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) तीन जनवरी को जोधपुर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के समर्थन में आयोजित रैली में शामिल होकर इस कानून के प्रति जागरूकता फैलाएंगे. इस दौरे को पार्टी के कूटनीतिक फैसले के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान से भारत आए हिंदू शरणार्थी सबसे ज्यादा जोधपुर में ही रहते हैं, जो सालों से यहां मुश्किल हालातों में रहते हुए बेसब्री से अपनी नागरिकता का इंतजार करते रहे हैं.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भी सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Civil Register) पर केंद्र सरकार पर खुलकर हमला किया है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) उनके घर में ही उनपर हमला करने की तैयारी कर रही है क्योंकि गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह पर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के एजेंडा पर काम करने का आरोप लगाते रहे हैं.
शाह ने इससे पहले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले जोधपुर का दौरा किया था. वे बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार गजेंद्र सिंह शेखावत के समर्थन में जनसभा संबोधित करने गए थे. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, "इसबीच जोधपुर की महारैली में लगभग 50,000 लोग शामिल होंगे. जोधपुर पाक शरणार्थियों को केंद्र रहा है. ये शरणार्थी भी सीएए को समर्थन देने के लिए रैली में शामिल होंगे."