Union Budget 2020-21: वित्त मंत्री (Finance Minister) के रूप में निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने संसद में दूसरी बार बजट (Union Budget) पेश किया. उन्होंने लोकसभा में बजट 2020-21 (Budget 2020-21) का भाषण दिया. इस दौरान निर्मला सीतारमण ने कश्मीर (Kashmir) का जिक्र भी किया और पंडित दीनानाथ कौल (Pandit Dinanath Kaul) द्वारा रचित एक कविता (Kashmiri Poem) सुनाई, जिसमें कश्मीर का जिक्र है. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कश्मीरी कविता का अनुवाद करते हुए कहा- 'हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन...' जैसे ही निर्मला सीतारमण ने यह कविता पढ़नी शुरू की, लोकसभा में तालियों की गूंज सुनाई देने लगी.
बता दें कि दीनानाथ कौल कश्मीर के जाने-माने कवि थे, जिन्होंने साल 1942 में पहली बार 'माज कसीर' के नाम से कविता लिखी थी, जो काफी लोकप्रिय हुई थी. उन्होंने अंग्रेजी, उर्दू और कश्मीरी भाषा में करीब डेढ़ सौ कविताएं लिखी हैं. उनकी कविताओं के संग्रह में से कश्मीर के जिक्र वाले इस खूबसूरत कविता को बजट भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने पढ़ा, जिसे सुनते ही लोकसभा में तालियों को गूंज सुनाई देने लगी.
निर्मला सीतारमण ने पढ़ी कश्मीरी कविता-
पंडित दीनानाथ कौल द्वारा रचित कविता के माध्यम से बजट सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण: हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा,नवजवानों के गर्म खून जैसा,
मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन
दुनिया का सबसे प्यारा वतन।। pic.twitter.com/BTCG54w7Jt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 1, 2020
निर्मला सीतारमण पीली साड़ी पहनकर लोकसभा में बजट पेश करने पहुंची. उन्होंने अपने भाषण के शुरूआत में जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि जीएसटी लाना उनकी सरकार के लिए एक ऐतिहासिक कदम था. जीएसटी लागू किए जाने की वजह से बैंकिंग सिस्टम में सुधार आया है और अब तक 40 करोड़ का जीएसटी फाइल हो चुका है. यह भी पढ़ें: Union Budget 2020 Highlights: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में पेश कर रही है बजट, जानें इससे जुड़ी वो बातें जिनका आप पर पड़ेगा असर
गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण ने बताया कि यह बजट महत्वाकांक्षी भारत, हमारा संरक्षित समाज और सबके लिए आर्थिक विकास जैसे तीन विषयों पर केंद्रित है. महत्वाकांक्षी भारत युवाओं के लिए रोजगार देने और युवाओं की प्रतिभा के विकास के लिए है. हमारा संरक्षित समाज सभी को सुरक्षा सहयोग प्रदान करने के लिए है, जिसमें सबके लिए अपनेपन की भावना व एक-दूसरे के प्रति आदर भाव हो. उन्होंने कहा कि हमारा तीसरा संकल्प सबके लिए आर्थिक विकास है जिसका मकसद देश के सभी लोगों के लिए विकास की योजनाओं व उनके आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है.