लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की उजियारपुर सीट पर नित्यानंद राय को हरा पाएंगे उपेंद्र कुशवाहा?

उजियारपुर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है.

नित्यानंद राय और उपेंद्र कुशवाहा (Photo Credits-Facebook/PTI)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर बिहार (Bihar) में चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा. इस दौरान उजियारपुर (Ujiarpur), बेगूसराय, दरभंगा, समस्तीपुर और मुंगेर लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होगा. उजियारपुर सीट पर मुख्य मुकाबला नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) और महागठबंधन के बीच है. महागठबंधन की तरफ से उजियारपुर सीट पर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) चुनाव लड़ेंगे तो वहीं, एनडीए की तरफ से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वर्तमान सांसद नित्यानंद राय (Nityanand Rai) चुनावी मैदान में होंगे. इन दोनों के अलावा माकपा के उम्मीदवार अजय कुमार और कई निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं.

उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा और यादव मतदाताओं की अच्छी-खासी तादाद है, जो अतीत में जीत-हार में अपनी अहम भूमिका निभाते रहे हैं. नित्यानंद राय, यादव समाज से आते हैं जबकि कुशवाहा समुदाय से उपेंद्र कुशवाहा हैं. उपेंद्र कुशवाहा पिछले लोकसभा चुनाव में काराकाट से विजयी रहे थे. इस चुनाव में वे काराकाट और उजियारपुर दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. उजियारपुर सीट 2008 के परिसिमन के बाद अस्तित्व में आई. माकपा प्रत्याशी अजय कुमार के निशाने पर दोनों उम्मीदवार हैं. माकपा के उम्मीदवार अजय कुमार की ताकत अपने कैडर वोट हैं. उजियारपुर के कई इलाकों में माकपा ने संघर्ष के बल पर अपनी जमीन तैयार की है .

2014 में उजियारपुर से बीजेपी के नित्यानंद राय ने आरजेडी के आलोक कुमार मेहता को करीब 60 हजार मतों के अंतर से पराजित किया था. जेडीयू की अश्वमेघ देवी को तीसरा स्थान मिला था, तब बिहार के राजनीतिक समीकरण में आरएलएसपी, एनडीए के साथ खड़ी थी. इस बार उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में हैं, वहीं जेडीयू एनडीए में है. इस लिहाज से चुनाव में उजियारपुर में नए सामाजिक समीकरण की परीक्षा भी होने वाली है. उजियारपुर संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटें हैं जिनमें पातेपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीन नगर और विभूतिपुर शामिल है. इनमें पातेपुर सीट आरक्षित है.

2014 के चुनाव में बीजेपी के नित्यानंद राय ने आरजेडी के प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता को हराया था. राय को 3,17,352 वोट और मेहता को 2,56,883 वोट मिले थे जबकि तीसरे स्थान पर रही जेडीयू उम्मीदवार अश्वमेध देवी को लगभग सवा लाख वोट मिले थे. चौथे स्थान पर माकपा के रामदेव वर्मा को 53 हजार वोट प्राप्त हुए थे. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की मुंगेर सीट पर राजीव रंजन सिंह और नीलम देवी के बीच है सीधा मुकाबला

गौरतलब है कि सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से शुरू हो गए हैं. देशभर की 91 लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को पहले चरण का मतदान हुआ. दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को हुआ. तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल को हुआ, चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल, पांचवे चरण का छह मई, छठे चरण का 12 मई और सातवें व अंतिम चरण का मतदान 19 मई को होगा. मतगणना 23 मई को होगी.

भाषा इनपुट

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