तीन तलाक विधेयक को लेकर NDA में रार, बिहार में बीजेपी की सहयोगी JDU नहीं देगी साथ, कांग्रेस का भी विरोध
लोकसभा चुनावों में मिली बंपर जीत के बाद एक्शन में आई मोदी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में तीन तलाक विधेयक को मंजूरी दे दी. संसद के मानसून सत्र में इस विधेयक को लाया जाएगा. मगर, इस बिल को पास करना सरकार के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि JDU इस विधेयक का विरोध करेगी.
लोकसभा चुनावों में मिली बंपर जीत के बाद एक्शन में आई मोदी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में तीन तलाक विधेयक को मंजूरी दे दी. संसद के मानसून सत्र में इस विधेयक को लाया जाएगा. मगर, इस बिल को पास करना सरकार के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि JDU इस विधेयक का विरोध करेगी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने कहा कि वह तीन तलाक के मुद्दे पर राज्यसभा में बीजेपी नेतृत्व वाली राजग सरकार का समर्थन नहीं करेगी. जद (यू) के वरिष्ठ नेता और बिहार के मंत्री श्याम रजक ने कहा, "जद (यू) इसके खिलाफ है और हम इसके खिलाफ लगातार खड़े रहेंगे."
जद (यू) नेता ने कहा कि तीन तलाक एक सामाजिक मुद्दा है और इसे सामाजिक स्तर पर समाज के द्वारा सुलझाया जाना चाहिए. रजक ने कहा कि जद (यू) ने राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक के खिलाफ वोट दिया था. इसके पहले नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर तीन तलाक विधेयक का विरोध किया था.
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वहीं, कांग्रेस ने भी कहा है कि वो सद में तीन तलाक विधेयक का विरोध करेगी. कांग्रेस ने कहा कि विधेयक के कुछ प्रावधानों पर चर्चा की जरूरत है. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "तीन तलाक पर हमने कुछ बुनियादी मुद्दे उठाए हैं. सरकार कई बिंदुओं पर सहमत हुई है."
दूसरी ओर सरकार का कहना है कि यह विधेयक लैंगिक समानता व लैंगिक न्याय सुनिश्चित करेगा. यह शादीशुदा मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण करेगा और 'तलाक-ए-बिद्दत' से तलाक को रोकेगा.