महाराष्ट्र की राजनीति में आज बड़ा दिन है, क्योंकि राज्य को नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है. मुंबई में कुछ ही देर में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जहां केंद्रीय पर्यवेक्षक विधायकों से चर्चा करेंगे. इस बैठक के बाद नए नेता सदन का ऐलान होगा. इसके साथ ही मंत्रालयों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा.
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में महाराष्ट्र की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. इसमें मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य शपथ लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति इस कार्यक्रम को और खास बनाएगी.
महायुति के दलों में खींचतान
बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका है, जिसे एनसीपी का समर्थन मिल गया है. हालांकि, शिवसेना अपने लिए गृह मंत्रालय जैसे बड़े विभाग की मांग कर रही है.
महायुति के सहयोगी दलों के दावे
अजित पवार गुट: कृषि और वित्त जैसे बड़े विभाग अपने पास रखना चाहते हैं.
शिंदे गुट: गृह मंत्रालय जैसे प्रमुख विभाग की मांग कर रहा है.
बीजेपी: सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते ‘बड़े भाई’ की भूमिका निभाना चाहती है.
बीजेपी का मजबूत प्रदर्शन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 149 सीटों पर चुनाव लड़ा और 132 पर जीत दर्ज की. यह 89% का स्ट्राइक रेट दिखाता है. शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की. बीजेपी अब 2029 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए खुद को मजबूत कर रही है.
सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर 11 दिन से बातचीत
बीते 11 दिनों से महायुति के नेता लगातार दिल्ली में बैठकें कर रहे हैं. देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार दिल्ली में कई दौर की चर्चा कर चुके हैं. इस खींचतान का असर मंत्रालयों के बंटवारे पर साफ दिख रहा है.
आज के फैसले से महाराष्ट्र की नई सरकार की दिशा तय होगी. महायुति की पार्टियां कैसे संतुलन बनाती हैं और कौन-कौन से विभाग किसे मिलते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा. 5 दिसंबर का शपथ ग्रहण समारोह इस राजनीतिक अध्याय की नई शुरुआत करेगा.