कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दौरे पर थे. जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी (Mamata banerjee) के चालीस विधायक उनके संपर्क में हैं और चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आ जाएंगे. पीएम मोदी के इस बयान के बाद से टीएमसी (TMC) तिलमिलाई हुई है. जिसके बाद पार्टी के नेताओं ने आज चुनाव आयोग पहुंचकर प्रधानमंत्री के बारे में शिकायत करने के बाद उनका नामांकन रद्द करने की मांग की है.
दरअसल भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सोमवार को सेरमपुर में एक रैली का आयोजन किया गया था. जिस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे. जहां पर उन्होंने पहले ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. इसके बाद उन्होंने टीएमसी के चालीस विधायक उनके संपर्क में है. यह बयान दिया. पीएम मोदी ने अपने बयान में यह भी कहा कि चुनाव बाद जब उनके ये चालीस विधायक बीजेपी में शामिल होने के बाद पश्चिम बंगाल में उथल- पुथल पैदा हो सकता है .खबरों की माने तो टीएमसी ने चुनाव आयोग से पीएम मोदी के बारे में जो शिकायत की है उसमें पीएम मोदी द्वारा खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया है. यह भी पढ़े: लोकसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला, कहा- चुनाव के बाद पार्टी छोड़ेंगे TMC विधायक, 40 हमारे संपर्क में
बता दें कि पीएम मोदी और दीदी यानी ममता बनर्जी एक दूसरे के खिलाफ बयान बाजी देना पहला मौका नहीं है. इसके पहले जहां पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल का विकास नहीं होने देने को लेकर उन्हें स्पीड ब्रेकर करार दिया था. वहीं ममता ने पीएम मोदी को दवाओं का उदहारण देते हुए उन्हें एक्सपायरी बाबू कहा था. दोनों नेताओं का यह बयान दर्शाता है कि बीजेपी जहां पश्चिम बंगाल मेंअपना गठ मजबूत करना चाहती है. वहीं ममता बनर्जी का हर हाल में यहीं कोशिश है कि बीजेपी को किसी भी तरफ से पश्चिम बंगाल से उखड फेंका जाएं.