लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार ने कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी की जांच के लिए टेस्टिंग की संख्या वर्तमान स्तर से लगभग दस गुना अधिक बढ़ाने का फैसला किया है. राज्य में कोविड-19 संक्रमण की जांच के मद्देनजर अभी तक प्रतिदिन कुल 3,200 टेस्ट किए जा रहे हैं. निर्देशक प्रोफेसर आर.के. धीमान ने कहा, "टेस्टिंग बढ़ाने की मुहिम के तहत संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) भी अपनी परीक्षण की क्षमता को ढाई गुना बढ़ा रहा है."
उन्होंने आगे कहा, "कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम की रणनीति के एक महत्वपूर्ण घटक का हिस्सा टेस्टिंग है. उत्तर प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग को आगे बढ़ाने और इसे वर्तमान से दस गुना तक ले जाने का निर्णय लिया है." उन्होंने कहा कि संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भी जांच के लिए अधिक नमूने लाए जाएंगे. प्रोफेसर आर.के. धीमान ने कहा, "अभी के लिए संस्थान में प्रतिदिन 400 नमूनों की जांच की जाती है, लेकिन जल्द ही यहां रोज एक हजार से अधिक टेस्टिंग होगी." यह भी पढ़ें: कोटा से उत्तर प्रदेश के छात्रों को वापस लाने के लिए योगी के कदम पर बिहार में राजनीति गरमायी
मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों के लिए एसजीपीजीआई 24 घंटे सातों दिन टेलीमेडिसिन सुविधा भी चला रहा है. उन्होंने कहा, "हम बड़े भाई की भूमिका निभा रहे हैं. किसी भी प्रकार की दुविधा की स्थिति में हमारी टीम हेल्थ प्रोफेशनल्स के लिए 24 घंटे सातों दिन टेलीमेडिसिन हेल्पलाइन चला रही है. इसके अलावा हम डिजिटल प्लेटफॉर्म, जैसे व्हाट्सएप और जूम पर भी उपलब्ध हैं." संस्थान सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हेल्थ प्रोफेशनल्स को कोविड-19 से संक्रमित हुए रोगियों के उपचार के संबंध में प्रशिक्षण भी दे रहा है.