Rural Train Budget 2020-21: 2020-21 बजट ग्रामीण क्षेत्रों और किसानों के लिए था, जिसमें किसानों और उनके खराब होने वाले उत्पाद के लिए एक विशेष ट्रेन चलाने का ऐलान किया था. जिसके बाद अब रेल मंत्रालय (Railway Ministry) ने शुक्रवार से देश में पहली 'किसान विशेष पार्सल ट्रेन' चलाने की घोषणा कर दी है. इस सप्ताहिक ट्रेन के शुरू होने से महाराष्ट्र और बिहार के किसान अपने उत्पादों को सीधा उपभोक्ताओं तक आसानी से पहुंचा सकेंगे.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने इस साल की शुरुआत में अपने बजट भाषण में किसान विशेष ट्रेन शुरू की घोषणा की थी. इसमें जल्द खराब होने वाले कृषि उत्पादों के लिए सार्वजनिक-निजी-साझेदारी (पीपीपी) के माध्यम से एक कोल्ड सप्लाई चेन के परिवहन की परिकल्पना की गई थी. रेल मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि मध्य रेल द्वारा किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सप्ताहिक 'किसान विशेष पार्सल ट्रेन' 7 अगस्त से 30 अगस्त तक देवलाली (महाराष्ट्र) और दानापुर (बिहार) के बीच चलाने जा रही है. इससे सब्जियां, फल इत्यादि चीजें समय पर उपभोक्ताओं तक आसानी से पहुंच सकेंगे.
मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि साप्ताहिक ट्रेन प्रत्येक शुक्रवार को सुबह 11 बजे देवलाली से दानापुर की ओर रवाना होगी और अगले दिन 18.45 बजे दानापुर पहुंचेगी. वहीं हर रविवार 12 बजे दानापुर से रवाना होकर अगले दिन 7 बजकर 45 मिनट पर देवलाली पहुंचेगी. इन गाड़ियों में 10 पार्सल वैन होंगे और एक लगेज ब्रेक वैन है. यह ट्रेन 1519 किलोमीटर का यह सफर 31:46 घंटे में तय करेगी. यह रेलगाड़ियां रास्ते में मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज छोकी, पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर और बक्सर स्टेशनों पर ठहरेंगी.
मध्य रेलवे की भुसावल डिवीजन मुख्य रूप से एक कृषि आधारित प्रभाग है. नासिक और आसपास के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ताजी सब्जियां, फल, फूल, प्याज और अन्य विकारी खाद्य उत्पादों का उत्पादन होता है. ये उत्पाद मुख्य रूप से पटना, प्रयागराज, कटनी, सतना आदि के आसपास के क्षेत्रों में पहुँचाए जाते हैं. ट्रेन को नासिक रोड पर निर्धारित हाल्ट प्रदान किया गया है. इससे किसानों को बहुत मदद मिलेगी, क्योंकि माल भाड़ा पी 'स्केल पर वसूला जाएगा.