बिहार (Bihar) विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) मानसून सत्र के पांचवें दिन गुरुवार को सदन पहुंचे. तेजस्वी यादव 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी हार के बाद से राजनीतिक परिदृश्य से गायब थे. तेजस्वी यादव ने बताया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनके एक पैर में हल्का फ्रैक्चर हो गया था जिसके इलाज के लिए वे दिल्ली में थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी आरजेडी (RJD) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति आगामी छह जुलाई को पटना (Patna) में आयोजित होगी जिसमें पार्टी की ओर से कई प्रस्ताव पारित किए जाएंगे. बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर उनके इस्तीफे की पेशकश के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि "आप (मीडिया वाले) जरूर जानते होंगे.. आप (मीडिया) अफवाहों पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं." तेजस्वी यादव से जब यह पूछा गया कि वह इतने दिनों तक कहां थे तब उन्होंने कहा कि वह देश में ही थे और दिल्ली में उनके पैर का इलाज चल रहा था.
उन्होंने प्रदेश के विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की गैरमौजूदगी में पार्टी की कमान संभाल रहे उनके छोटे पुत्र और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी हार के बाद प्रदेश की राजनीतिक परिदृश्य से गायब थे. लालू यादव चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं, हालांकि फिलहाल उनका रांची के अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बिहार में सत्ता में शामिल बीजेपी और जेडीयू तेजस्वी यादव के सदन में अनुपस्थित रहने पर सवाल उठा रही थी. बिहार विधानसभा में गत तीन जुलाई को वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए उप-मुख्यमंत्री और राज्य के वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि उनके 30 साल के संसदीय करियर में ऐसा पहली बार हुआ कि राज्य के बजट पर बहस के दौरान प्रतिपक्ष के नेता मौजूद नहीं रहे. यह भी पढ़ें- बिहार विधानसभा से गायब तेजस्वी: चिराग पासवान ने कसा तंज, कहा- पद से दे दो इस्तीफा
बिहार विधानसभा में जेडीयू के मुख्य सचेतक रत्नेश सदा ने भी प्रतिपक्ष के नेता के सदन से अनुपस्थित रहने पर सवाल उठाया था. बता दें कि तेजस्वी यादव सोमवार को पटना पहुंचे थे, जिसके बाद से माना जा रहा था कि वह बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में शामिल होंगे और विपक्ष की आवाज बुलंद करेंगे. हालांकि तेजस्वी यादव मानसून सत्र के पांचवें दिन सदन पहुंचे.
भाषा इनपुट