चेन्नई: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव (Tamil Nadu Election) में एमके स्टालिन (M K Stalin) की अगुवाई वाला डीएमके गठबंधन क्लीन स्वीप करता नजर आ रहा है. जबकि AIADMK को करारी हार मिलती दिख रही है. डीएमके 10 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है. वहीं, जयललिता की गैरमौजूदगी में पलानीस्वामी AIADMK की कमान संभालने में नाकामयाब रहे. DMK की आंधी के आगे पलानीस्वामी अपनी सत्ता नहीं बचा पाए. तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटें हैं और बहुमत के लिए 118 सीटों की जरूरत है. रूझान स्पष्ट रूप से DMK के पक्ष में हैं. West Bengal Elections 2021: बंगाल चुनाव में कैसा रहा सितारों का दम, पायल सरकार, सयोनी घोष समेत इन सेलेब्स ने आजमाई थी किस्मत.
AIADMK के शीर्ष नेता के पलानीस्वामी सलेम जिले की इडापड्डी विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. वहीं, विपक्ष के नेता और DMK चीफ एम के स्टालिन कोलाथुर सीट से आगे चल रहे हैं. उनके बेटे और पार्टी की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) चेपॉक- तिरुवल्लिकेनी विधानसभा सीट से बढ़त बनाए हुए हैं.
मतगणना के साथ-साथ यह साफ होता चला जाएगा कि दक्षिण भारत के इस सबसे बड़े राज्य की सत्ता किसके हाथ में जाएगी. तमिलनाडु में यह विधानसभा चुनाव दिवंगत नेताओं जे जयललिता और एम करुणानिधि की अनुपस्थिति में हुआ.
तमिलनाडु में मुख्य मुकाबला एआईएडीएमके और डीएमके के बीच है. तमिलनाडु में किस सीट पर कौन जीता यहां देखिए अपडेट.
तमिलनाडु में विधानसभा की कुल 234 सीटें हैं और इसका कार्यकाल 24 मई को पूरा हो रहा है. तमिलनाडु में पिछले 10 सालों से ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) का शासन है. राज्य की जनता ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता को दोबारा गद्दी सौंपी थी. इस चुनाव में अन्नाद्रमुक को 135 सीटों पर विजय हासिल हुई थी जबकि DMK 88 सीटों पर सिमट गई थी. कांग्रेस को आठ सीटें मिली थी जबकि बीजेपी का खाता भी नहीं खुल सका था.