पटना: सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के आदेश के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा 5, देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगला खाली करने के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को यह बंगला आवंटित किया गया है. सुशील मोदी मंगलवार की शाम इस आवंटित बंगले में पहुंचे तो वहां की साज-सज्जा देखकर हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि ऐसी साज-सज्जा तो मुख्यमंत्री आवास और राजभवन में भी नहीं है. उन्होंने कहा कि वे इस बंगले में नहीं रहेंगे, वरना आदत खराब हो जाएगी. वे यहां से केवल सरकारी काम निपटाएंगे.
तेजस्वी को यह बंगला उपमुख्यमंत्री रहते आवंटित किया गया था. उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद इस बंगले को वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को आवंटित कर दिया गया था, परंतु तेजस्वी इस बंगले को खाली नहीं करना चाहते थे. सरकार के इस आदेश के खिलाफ तेजस्वी पटना उच्च न्यायालय से सर्वोच्च न्यायालय तक गए. अंत में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद तेजस्वी ने आठ फरवरी को अधिकारिक सरकारी बंगला खाली कर दिया था. अब यह बंगला उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को आवंटित किया गया है.
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सुशील मोदी ने इस बंगले को देखकर कहा, "इस बंगले की साज-सज्जा राजभवन और मुख्यमंत्री आवास से ज्यादा सुसज्जित है. संभावना है कि इसकी साज-सज्जा पर करोड़ों रुपये लगाए गए हैं." उन्होंने कहा कि यहां की सुख-सुविधा किसी पांच सितारा होटल वाली है. यही कारण है कि तेजस्वी इस बंगले को नहीं छोड़ना चाह रहे थे. सुशील मोदी ने कहा, "ऐसा लगता है कि यह कोई पांच-सितारा होटल है. हर चीज स्पेशल है, कुछ भी सामान्य नहीं है.
इस बंगले पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं." उन्होंने कहा कि बंगले की सजावट पर कम से कम 4-5 करोड़ रुपये खर्च हुए होंगे. उन्होंने कहा कि इस बंगले का रखरखाव भी उनके लिए मुश्किल है. यहां राजा, महाराज लोग ही रह सकते हैं. तेजस्वी को पटना के एक पोलो रोड स्थित वह आवास आवंटित किया गया है जो पहले सुशील मोदी को दिया गया था. सुशील मोदी ने कहा कि वे इस बंगले में किए गए खर्च का आकलन करवाएंगे.